छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 21 मार्च 2024। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को समिट फॉर डेमोक्रेसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकतंत्र के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत न सिर्फ अपने 1.4 अरब नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर रहा है, बल्कि दुनिया को उम्मीद भी दे रहा है कि लोकतंत्र उद्धार करता है और सशक्त बनाता है। लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व देखेगी और लोग एक बार फिर लोकतंत्र में अपना विश्वास जताएंगे। पीएम मोदी ने ‘समावेशी समाज और युवा सशक्तिकरण’ विषय पर सम्मेलन में अपनी बात रखी। समिट फॉर डेमोक्रेसी का तीसरा संस्करण दक्षिण कोरिया द्वारा सियोल में आयोजित किया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस सम्मेलन को दुनिया भर के लोकतंत्रों के लिए अनुभवों के आदान-प्रदान और एक-दूसरे से सीखने का एक महत्वपूर्ण मंच बताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर आयसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम मोदी ने भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में लोकतंत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संस्थानों को अधिक समावेशी, लोकतांत्रिक, सहभागी और निष्पक्ष बनाने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र की प्राचीन और अखंड संस्कृति है, जो भारतीय सभ्यता की जीवनधारा रही है। सर्वसम्मति-निर्माण, खुला संवाद और स्वतंत्र चर्चा पूरे भारत के इतिहास में गूंजती रही है। इसीलिए भारत को लोकतंत्र की जननी माना जाता है।
लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब से कुछ ही हफ्तों में दुनिया भारत में लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व का गवाह बनेगी। लगभग एक अरब मतदाताओं के मतदान करने की उम्मीद के साथ यह मानव इतिहास में सबसे बड़ा चुनावी अभ्यास होगा। भारत की जनता एक बार फिर लोकतंत्र में अपना विश्वास जताएगी। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले दशक में भारत ‘सबका साथ सबका विकास’ यानी ‘समावेशी विकास के लिए सामूहिक प्रयास’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ा है।