छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चुराचांदपुर 17 फरवरी 2024। मणिपुर के चुराचांदपुर शहर में सुरक्षाबलों के साथ झड़प में दो लोगों की मौत होने के बाद शुक्रवार को भी यह क्षेत्र तनावपूर्ण रहा। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक एक कांस्टेबल के निलंबन का विरोध कर रही भीड़ लघु सचिवालय में प्रवेश कर गई थी। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार रात को हुई झड़प में दो लोगों की मौत के अलावा 42 लोग घायल हुए हैं। कांस्टेबल सियामलालपॉल को एक कथित वीडियो में हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मृतकों की पहचान लेटलालखुओल गांगटे और थांगगुनलेन हाओकिप के रूप में की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘गंभीर रूप से घायल दो लोगों को चुराचांदपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चुराचांदपुर जिला लघु सचिवालय क्षेत्र और उसके आसपास संपत्तियों के विनाश और जलने की खबरें हैं।” पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हिंसा के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सरकारी रिकॉर्ड नष्ट हो गए हैं।”
पुलिस ने बताया कि रात करीब एक बजे गुस्साई भीड़ ने उपायुक्त कार्यालय के आधिकारिक आवास को भी आग लगा दी। इस बीच, इंडीजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने मांग की है कि जिले के पुलिस अधीक्षक शिवानंद सुर्वे और जिलाधिकारी एस धरुण कुमार को 24 घंटे के भीतर जिला छोड़ देना चाहिए और उनके स्थान पर कुकी-जो समुदाय के अधिकारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आईटीएलएफ ने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के भीतर पुलिसकर्मी सियामलालपॉल का निलंबन वापस नहीं लिया गया, तो सभी सरकारी कार्यालय बंद कर दिए जायेंगे और इसके लिए एसपी एवं जिलाधिकारी जिम्मेदार होंगे। चुराचांदपुर में आईटीएलएफ द्वारा बुलाए गए पूर्ण बंद के कारण शुक्रवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और सड़कें और बाजार वीरान नजर आए। पुलिस ने कहा कि असम राइफल्स के जवान कस्बे में फ्लैग मार्च कर रहे हैं।