छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 13 अक्टूबर 2023। दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में बैठक शुरू हो गई। दो दिवसीय बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अभा. कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं मप्र कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल है। बैठक में शामिल होने के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि अभी हमने लगभग 60 सीटों पर चर्चा की है,फिर से हमारी बैठक होगी। अभी मध्य प्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है। इसमें चर्चा के बाद फिर से बैठक करेंगे। तभी सीटों को फाइनल करेंगे। हम श्राद्ध के बाद अपनी सूची की घोषणा करेंगे।हम उस रफ्तार से चल रहे है कि 15 अक्टूबर को हम अपनी सूची की घोषणा कर सकें। जितनी चर्चा हो उतना अच्छा है। क्योंकि चर्चा में नई चीजें उभर कर सामने आती है।
पहले नवरात्रे पर विजय की शुरुआत हो जाएगी
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष समन्वय बना कर चल रहे है। इससे लगता है कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में अप्रत्याशित जीत की तरफ कदम बढ़ा रही है। दो उदाहरण आपके सामने है। एक भाजपा की सिर फुटव्वल का है। एक भाजपा की घबराहट और झटपटाहट का है। वहीं, दूसरा आत्मविश्वास का है। वह आत्मविश्वास मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता के आशीर्वाद का है। वह आशीर्वाद प्रदेश की जनता का जन आक्रोश जो भाजपा पर फूट रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार आदिवासियों का बजट खां गए। यह ऑडिट रिपोर्ट कह रही है। सूरजेवाला ने कहा कि हमें यह विश्वास है कि पहले नवरात्रे पर विजय की शुरुआत हो जाएगी।
झूठे वादे से जनता थक गई
कांग्रेस की पढ़ो पढ़ाओ योजना पर भाजपा के सवाल उठाने पर कमलनाथ ने कहा कि उनके झूठे वादे, 20 हजार झूठी घोषणाएं आज मध्य प्रदेश की जनता समझ गई है। इसलिए यह बौखलाएं हुए है। मध्य प्रदेश की जनता झूठे वादे और घोषणाओं से थक गई। अब कुछ दिन बचे है। जनता राहत का इंतजार कर रही है।
7 अक्टूबर को हुई थी पिछली बैठक
बता दें कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची में वर्तमान विधायकों के साथ ही 66 हारी सीटों के नाम शामिल किए जा सकते हैं। इससे पहले केंद्रीय चुनाव समिति की सात अक्टूबर को हुई बैठक में 140 नामों पर चर्चा की गई थी। श्राद्ध पक्ष में सूची जारी करने को लेकर कई नेता पक्ष में नहीं थे। इसलिए पार्टी अभी तक अपनी पहली सूची जारी नहीं की। वहीं, कमलनाथ भी पहले ही कह चुके थे कि उनके प्रत्याशियों की सूची श्राद्ध पक्ष के बाद आएगी। उन्होंने चुनाव लड़ने वाले नेताओं को पहले ही इशारा कर दिया गया।