छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 11 सितम्बर 2023। आप रिफाइंड शुगर तो हर दिन खाते हैं और गुड़ का भी सेवन करते होंगे, लेकिन क्या कभी कोकोनट शुगर का सेवन किया है? यदि नहीं किया तो एक बार जरूर ट्राई करके देखें. कोकोनट पाम शुगर भी इसे कहते हैं. कोकोनट शुगर को नारियल के पेड़ में उगने वाले फूल के रस से तैयार किया जाता है. इसमें मौजूद न्यूट्रिशन की बात करें तो यह आयरन, जिंक, कैल्शियम, पैटोशियम, कैलोरी, शुगर, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स आदि मौजूद होते हैं, जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं।
कोकोनट शुगर के सेहत लाभ
1. वेबएमडी में छपी एक खबर के अनुसार, कोकोनट शुगर का सेवन डायबिटीज पेशेंट के लिए फायदेमंद हो सकता है. दरअसल, इसमें सॉल्युबर फाइबर इंसुलिन होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है. यदि आप डायबिटीज से ग्रस्त हैं तो सफेद चीनी की जगह कोकोनट शुगर को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं. हालांकि, यह मुख्यरूप से एक स्वीटनर है, जो बहुत अधिक मात्रा में न्यूट्रिएंट्स से भरपूर नहीं होता है.
2. इंसान का शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज पर निर्भर रहता है. ब्राउन शुगर और गन्ने से तैयार चीनी की ही तरह कोकोनट शुगर ब्लड ग्लूकोज लेवल को बढ़ाने में मदद करता है. साथ ही लो ब्लड शुगर, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया भी कहते हैं जैसी स्थितियों को रोकने में मदद कर सकती है. कोकोनट शुगर का सेवन करने से पहले आप एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.
3. हाइपोग्लाइसीमिया एक खतरनाक स्थिति है, जिसमें आपको पसीना आना, चक्कर आना, कांपना, भूख महसूस करने के साथ ही गंभीर स्थिति में कोमा में भी जा सकते हैं. यदि आपको ब्लड ग्लूकोज और एनर्जी लेवल को बढ़ाकर रखना है तो आप नेचुरल और प्लांट-बेस्ड स्वीटनर के तौर पर कोकोनट शुगर को चुन सकते हैं।
4. कोकोनट शुगर के प्रत्येक सर्विंग में छोटी सी मात्रा में इन्युलिन होता है, जो एक प्रकार का सॉल्युबल फाइबर है. यह खाना खाने के बाद ब्लड शुगर को अधिक नहीं बढ़ने देता है. ऐसे में जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए इन्युलिन से भरपूर फूड का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
5. यदि आप अपने बढ़ते वजन को लेकर काफी चिंतित रहते हैं तो परेशान ना हों. कोकोनट शुगर को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं, क्योंकि इसमें फाइबर होता है, जो पेट को देर तक भरे होने का अहसास कराता है. आप वाइट शुगर की जगह कोकोनट शुगर का सेवन कर सकते हैं।