
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 08 अगस्त 2023। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। कांग्रेस की तरफ गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरूआत की। पहले राहुल गांधी चर्चा की शुरूआत करने वाले थे। गौरव गोगोई ने मणिपुर में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और ‘डबल इंजन’ सरकार पर पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया ताकि इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘मौनव्रत’ तोड़ा जा सके। इसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। बीजेपी सांसद ने कहा, पहले हमें लगा था कि राहुल गांधी चर्चा की शुरूआत करेंगे लेकिन लगता है कि वो बोलने के लिए तैयार नहीं थे, हो सकता है कि वह देर से सोकर उठे होंगे। मणिपुर मुद्दे पर भाजपा सांसद ने कहा मैं खुद मणिपुर के इतिहास का भुक्तभोगी हूं। मेरे रिश्तेदार जो सुरक्षाबल में उच्च पद पर थे, वह उग्रवादी हमले में अपने पैर गवां बैठे थे। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उन्होंने सोनिया गांधी का भी जिक्र किया।
बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, मैं सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करता हूं, वह एक भारतीय नारी की तरह काम कर रही है। उनके दो ही काम है- बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना है। मैं अपनी बात पर कायम हूं। दुबे ने विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष में बैठे कुछ लोग ही I.N.D.I.A की फुल फॉर्म बता सकते हैं। दुबे ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियां एक दूसरे से लड़ रही हैं लेकिन इसके बावजूद केंद्र में गठबंधन कर रही हैं। लालू यादव को हमने जेल नहीं भेजा, कांग्रेस ने जेल भेजा। शरद पवार को किसने बर्खास्त किया। जदयू को सबसे ज्यादा फंड मैंने दिलवाया। निशिकांत दुबे ने कहा कि सोनिया गांधी का उद्देश्य बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना है।
प्रधानमंत्री ने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया- गोगोई
इससे पहले गोगोई ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को चर्चा के लिए रखते हुए यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पद पर क्यों बनाए रखा? उन्होंने दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मौन रहना चाहते हैं क्योंकि उन्हें सिर्फ अपनी छवि से लगाव है और वह अपनी सरकार की विफलताओं को सामने नहीं आने देना चाहते। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘ मैं इस अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों को आभार प्रकट करते हैं।”
गोगोई का कहना था, ‘‘यह हमारी मजबूरी है कि हमें यह अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा है। यह संख्या को लेकर नहीं है, बल्कि मणिपुर के इंसाफ के लिए है।” गोगोई ने कहा, ‘‘यह अविश्वास प्रस्ताव हम मणिपुर के लिए लाए हैं। आज मणिपुर इंसाफ मांगता है, मणिपुर के युवा, महिलाएं इंसाफ न्याय हैं।” उन्होंने दावा किया कि अगर आज मणिपुर जल रहा है तो भारत जल रहा है।, अगर मणिपुर में आग लगी है, मणिपुर विभाजित हुआ तो भारत में आग लगी है, भारत विभाजित हुआ है।
150 लोगों की मौत हो गई, हजारों लोग बेघर हो गए
गोगोई ने कहा, ‘‘150 लोगों की मौत हो गई, हजारों लोग बेघर हो गए।” उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर में कोई पहली बार हिंसा नहीं हुई है। लेकिन समाज के दो वर्गों के बीच बंटवारा हमने कभी नहीं देखा था।” कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आज इस राजनीति से दो मणिपुर बन गए हैं। मैं (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी)वाजपेयी जी का संदेश मणिपुर के मुख्यमंत्री को देना चाहता हूं कि राजधर्म निभाया जाए। ” उन्होंने दावा किया कि अगर मणिपुर में वीडियो वायरल नहीं होता तो प्रधानमंत्री नहीं बोलते चुप्पी साधे रहते।
उन्होने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री को छवि से लगाव है, इसलिए वह मौन रहें। प्रधानमंत्री मोदी के मौन रहने का दूसरा कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विफल रहे हैं। कांग्रेस नेता के अनुसार, जाति, समुदाय और धर्म के आधार पर बंटवारा किया जाएगा तो पूर्वोत्तर में समस्याओं का समाधान नहीं होगा। गोगोई ने कहा, ‘‘यह कैसा राष्ट्रवाद है जो देश से ज्यादा सत्ता को महत्व देता है?” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में आकर बयान दें और मणिपुर का दौरा करें और अपने साथ सभी दलों के लोगों को लेकर आएं। गोगोई ने कहा, ‘‘आज आप (भाजपा) जितना भी नफरत फैलाएं, हम राहुल गांधी जी के नेतृत्व में जगह-जगह मोहब्बत की दुकान खोलेंगे।”