छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
दंतेवाड़ा 29 अप्रैल 2023। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले के मास्टर माइंड का चेहरा सामने आ गया है। नक्सली लीडर जगदीश सोढ़ी की तस्वीर वायरल हो रही है। वह पांच लाख रुपये का इनामी है। पुलिस ने अरनपुर ब्लास्ट मामले में जगदीश सोढ़ी सहित 12 नक्सलियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। यह सभी नक्सली दरभा डिवीजन कमेटी के हैं। तीन दिन पहले हुए नक्सलियों के किए गए आईईडी ब्लास्ट में 10 जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की मौत हुई थी।
हमले का मास्टर माइंड नक्सली लीडर जगदीश पहले कटेकल्याण एरिया कमेटी का सचिव था। बस्तर में लगातार बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम देने की वजह से उसे नक्सलियों की दरभा डिविजन के मिलिट्री दलम में शामिल किया गया है। जगदीश छत्तीसगढ़ के ही सुकमा जिले के पुअर्ति गांव का रहने वाला है। वह कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा। फिलहाल पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। उसके साथ लख्खे, लिंगे, सोमडू, महेश, हिड़मा, उमेश, देवे, नंद कुमार, लखमा, कोसा, मुकेश व अन्य पर एफआईआर की गई है।
वारदात से पहले गिरफ्तार नक्सलियों की शिनाख्त
अरनपुर वारदात से ठीक एक दिन पहले 26 अप्रैल को पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ इसी इलाके में हुई थी। इस दौरान जवानों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। इनकी शिनाख्त हो गई है। एक की पहचान मिलिशिया सदस्य लखमा कवासी और दूसरे की मिलिशिया सदस्य सन्ना के रूप में हुई है। दोनों सुकमा जिले के जगरगुंडा के रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि, मुठभेड़ में सन्ना की जांघ में गोली लगी थी। मुठभेड़ स्थल से जवानों ने पिट्ठू, नक्सल साहित्य, समेत दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए थे।
नक्सलियों ने दो माह पहले ही लगा दिया था आईईडी
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि दंतेवाड़ा में हुए शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को नक्सलियों ने कम से कम दो महीने पहले लगाया था। बुधवार को हमले से एक दिन पहले किए गए बारूदी सुरंगे हटाने के अभ्यास के दौरान भी विस्फोटक का पता नहीं चला। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि मिट्टी की उस परत पर घास उगी हुई थी, जिसके नीचे विस्फोटक से जुड़े तार को छिपाया गया था। ऐसा लगता है कि सड़क के किनारे से सुरंग खोदकर इसे 3 से 4 फीट नीचे रखा गया था।