
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रांची 23 अप्रैल 2025। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन इन दिनों निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए स्पेन और स्वीडन के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने स्पेन के बार्सिलोना में कई महत्वपूर्ण बैठकें कीं और झारखण्ड में निवेश की संभावनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। बार्सिलोना में मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब आरसीडी एस्पेनयोल के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान क्लब ने झारखण्ड के फुटबॉल कोचों को प्रशिक्षण देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव रखा। यह प्रस्ताव बार्सिलोना के उत्कृष्ट खेल वातावरण का लाभ लेते हुए झारखण्ड में खेल, खासकर फुटबॉल के विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीय व्यवसायियों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से भी मुलाकात की। इस बातचीत में स्टार्टअप मेंटरशिप, क्लीन एनर्जी, पर्यावरणीय स्थिरता, सप्लाई चेन, बायो-फार्मा, खेल विपणन, क्रिकेट टीम ओनरशिप, डीप-टेक बी2बी मार्केटिंग, लीगल, डेंटल और मेडटेक जैसे क्षेत्रों में संभावनाओं पर चर्चा हुई। उन्होंने झारखण्ड में एक जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम तैयार करने के लिए सुझाव मांगे और सभी को राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने चेकोस्लोवाकिया की टेस्ला ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक डुशान लिचार्डस से भी मुलाकात की। इस बैठक में झारखण्ड में एक GIGA फैक्टरी स्थापित करने का प्रस्ताव सामने आया। यह फैक्टरी औद्योगिक और वाणिज्यिक बैटरियों के निर्माण पर केंद्रित होगी और यह कंपनी के रोमानिया में बने संयंत्र की तर्ज पर तैयार की जाएगी। इससे राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में एक नई दिशा मिल सकती है।
प्रतिनिधिमंडल ने सुझाव दिया कि झारखण्ड के स्टार्टअप्स और उनके मार्गदर्शकों को वैश्विक इनक्यूबेटर्स से जोड़ा जाए। इसके अलावा, कटहल और टमाटर जैसे स्थानीय कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण, पारंपरिक चिकित्सा (होड़ोपैथी), फार्मास्युटिकल, बायोटेक और मेडटेक में अनुसंधान के क्षेत्र में भी निवेश की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि स्पेनिश कंपनियों के साथ सतत संवाद बनाए रखा जाएगा और भविष्य में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए बैठकें व कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार, प्राप्त सुझावों को नीतियों के निर्माण और संशोधन में प्राथमिकता से शामिल करेगी। साथ ही, उन्होंने बताया कि झारखण्ड ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में उल्लेखनीय प्रगति की है और सरकार निवेश को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।