छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 05 नवंबर 2022। छत्तीसगढ़ के कांकेर में भानुप्रतापपुर सीट पर निर्वाचन आयोग ने शनिवार को उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इस सीट के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 10 नवंबर से ही शुरू हो जाएगी। यह सीट कांग्रेस विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी के निधन से खाली हुई है। गुजरात चुनाव के साथ ही यहां भी वोटिंग होगी और परिणाम भी गुजरात-हिमाचल के साथ आएगा।
निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में एक संसदीय सीट और पांच विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की घोषणा की है। इसमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी संसदीय सीट के साथ ही ओडिशा की पद्मपुर, राजस्थान की सरदार शहर, बिहार की कुरहनी, छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर और उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट शामिल है। इन जगहों पर चुनाव की अधिसूचना 10 नवंबर को जारी कर दी जाएगी। घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है।
आयोग ने दो दिन पहले ही औपचारिकता पूरी की
छत्तीसगढ़ में अगले साल नवम्बर में विधानसभा के आम चुनाव हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि भानुप्रतापपुर की रिक्त सीट पर चुनाव दिसम्बर-जनवरी तक करा लिया जाएगा। इससे पहले निर्वाचन आयोग को कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी थी। दो नवम्बर को निर्वाचन आयोग ने भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के लिए निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारियों के तौर पर अधिसूचित अधिकारियों में बदलाव कर नई अधिसूचना जारी की। इसके मुताबिक कांकेर के जिला पंचायत सीईओ भानुप्रतापपुर के निर्वाचन अधिकारी होंगे। वहीं कांकेर के डिप्टी कलेक्टर और भानुप्रतापपुर के तहसीलदार को सहायक निर्वाचन अधिकारी नामित कर दिया गया है।
चार सालों में पांचवी बार हो रहा है उपचुनाव
छत्तीसगढ़ के 22 सालों में अब तक 13 बार उप चुनाव हो चुके हैं। अब तक सबसे अधिक चार उपचुनाव 2008-13 के दौर में हुए। उस समय देवव्रत सिंह के सांसद बन जाने से खाली खैरागढ़ सीट पर उप चुनाव हुए। केशकाल में महेश बघेल, भटगांव में रविशंकर त्रिपाठी और संजारी बालोद में मदनलाल साहू के निधन के बाद उप चुनाव की नौबत आई। 2018 से 2023 के पहले चार सालों में चार उपचुनाव पहले ही हाे चुके हैं। पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद कराया गया। दीपक बैज के सांसद चुन लिए जाने पर चित्रकोट में नया विधायक चुना गया। अजीत जोगी के निधन से खाली मरवाही विधानसभा और देवव्रत सिंह के निधन से खाली खैरागढ़ में उपचुनाव हुआ है। पिछले चार सालों में यह पांचवां उपचुनाव होगा। इस लिहाज से यह भी अपने आप में रिकॉर्ड है।
हार्ट अटैक से हुआ था मनोज मंडावी का निधन
भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक और आदिवासी समाज के नेताओं में शामिल मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्तूबर को निधन हो गया था। वे धमतरी के सर्किट हाउस में रुके हुए थे। वहीं अगले दिन सुबह उनके सीने में दर्द हुआ। जिसके बाद उन्हें धमतरी के अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल ले जाते वक्त डॉक्टरों ने मनोज मंडावी को मृत घोषित कर दिया था। उनके चारामा के पास स्थित उनके पैतृक नाथियानवा में मनोज मंडावी के शव का अंतिम संस्कार किया गया।