ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का महापौर
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 13 अक्टूबर 2022। भोपाल में कांग्रेस के नगरीय निकाय सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने नाम लिए बिना केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की पनौती बीजेपी में चली गई। इस वजह से ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का महापौर बन पाया। राघौगढ़ विधानसभा सीट से विधायक जयवर्धन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना कहा कि वह चले गए भाजपा में और वहां बन गए पनौती। 57 साल बाद हमारे नेताओं के परिश्रम से कांग्रेस की शोभा सिकरवार ने जीत दर्ज की। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता से बेदखल हो गई और बीजेपी ने सरकार बना ली। हाल ही में प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी 16 नगर निगम में से सात हार गई। इसमें ग्वालियर, मुरैना, जबलपुर, छिंदवाड़ा और रीवा कांग्रेस के महापौर बने। वहीं, कटनी में निर्दलीय उम्मीदवार और सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार ने महापौर का चुनाव जीता।
कांग्रेस ने भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें महापौर, पार्षद, नगर पालिका, नगर निगम के अध्यक्ष और कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को 2023 के चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा। उन्होंने आपसी गुटबाजी खत्म कर एकजुट होकर चुनाव की तैयारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि आराप करना है तो बता दो मैं भी आराम कर लूंगा। कमलनाथ ने कहा कि 2023 का चुनाव हमारे देश की संस्कृति को बचाने के लिए लड़ा जाएगा।