छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 12 अक्टूबर 2022। रायपुर के लगभग हर चौराहे पर गड्ढे हैं। कहीं वायरिंग कहीं पाइप तो कहीें दूसरे मेंटेनेंस के नाम पर सड़कों की खुदाई की गई है। कई जगहों पर सड़क पर छोटे पैच छूटे हैं। इससे राहगीरों को दिक्कत हो रही है। मीडिया में लगातार ये खबरें आने के बाद अब रायपुर के महापौर एजाज ढेबर भी एक्शन में आए हैं। ढेबर ने मंगलवार शाम समीक्षा बैठक में सड़कों की खराब हालत पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- सड़कों पर बने गड्ढों की मरम्मत में लेटलतीफी हो रही है, ये नहीं चलेगा। महापौर ने दिल्ली की एजेंसी पर 25 लाख का जुर्माना लगाने के निर्देश अफसरों को दे दिए। ये भी कहा कि अगर काम ठीक से न हो तो उसे ब्लैक लिस्टेड कर देंगे।
महापौर ने अपनी बैठक में सबसे पहले सड़कों के पैचवर्क पर चर्चा की । दिल्ली रायपुर में रोड डॉक्टर मशीन से पैचवर्क कर रही है। बताया गया कि मशीन के जरिए हर दिन 80 वर्गफीट सड़क का पैचवर्क किया जा रहा है। दो दिन में एक और मशीन काम पर लग जाएगी। कंपनी के लोगों ने बैठक में कह दिया कि खराब मौसम की वजह से काम में देरी हो रही है। ये सुनते ही महापौर भड़क गए। उन्होंने कहा कि मार्च-अप्रैल माह में तो मौसम बढ़िया था। तब भी काम की रफ्तार सुस्त थी। इस पर उन्होंने अधिकारियों को ठेकेदार पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए।
शहर भर में 1294 गड्ढे
बैठक में नगर निगम के अफसरों ने सभी दस जोनों में शहर भर में 1294 गड्ढे होने की बात बताई। महापौर ने कहा रोड डॉक्टर मशीन की संख्या नहीं बढ़ी तो गड्ढों के मरम्मत में बहुत समय लग जाएगा। बैठक डामर ठेकेदार को भी बुलाया गया था। महापौर ने मैनुअली भी गड्ढों को भरने को कहा साथ ही काम की क्वॉलिटी भी जांची जाएगी। क्वॉलिटी बढ़िया निकली तो सभी जोनों में मैनुअली भी काम होगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए हैं निर्देश
तीन दिन पहले रायपुर में न्यू सर्किट हाउस में हुई कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने सड़कों की समीक्षा के दौरान कहा- इस साल दिसंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त कर लें। अब दौरे पर जाऊंगा तो खराब सड़कों की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। उन्हाेंने 6 हजार 181 किलोमीटर की सड़कों में तत्काल पैचवर्क कर उसे ठीक-ठाक करने को कहा। उन्होंने कहा, वादे के मुताबिक इस साल दिसंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त कर लिया जाए। सड़क मरम्मत के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा, सड़क किसी भी विभाग की हो, मुझे कोई बहाना नहीं चाहिए, सड़क बनना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, खराब सड़कों की मरम्मत के लिए कलेक्टर खुद मॉनिटरिंग करें। सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि अब इस विषय में मैं फिर चर्चा नहीं करूंगा। मुझे सड़कों की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।