छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
सरगुजा 30 अगस्त 2022। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र में पिता ने अपनी 11 वर्ष की बेटी की हत्या महज इसलिए कर दी, क्योंकि वह खाना नहीं बना रही थी। हत्या के बाद आरोपी पिता ने बेटी के शव को जंगल ले जाकर पेड़ में लटका दिया था। इसमें मृतका की सौतेली मां ने भी साथ दिया। हत्या का राज छिपाने और जेल जाने से बचने आरोपी दंपति ने कहानी भी गढ़ डाली। हत्या का खुलासा करीब डेढ़ महीने बाद हुआ है। पुलिस ने सौतेली मां और आरोपी पिता को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर हत्या के मामले का खुलासा हो गया।
थाना प्रभारी दरिमा के प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत देवांगन ने बताया कि खाला निवासी विश्वनाथ एक्का (40 वर्ष) ने 3 जुलाई को थाना पहुंच प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि उसकी 11 वर्षीय बेटी न्यासा एक्का 29 जून से लापता है। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर जांच कर रही थी। पुलिस को भी न्यासा का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। 26 अगस्त को विश्वनाथ फिर से पुलिस थाने पहुंचा और जानकारी दी कि लिबरा के जंगल में उसकी बेटी का कंकाल मिला है। मैंने कपड़े से उसकी पहचान की है। पुलिस ने मौके से कंकाल बरामद किया था और पीएम करवाया।
मवेशियों को नहीं दिया चारा तो डंडे से मारा
डीएसपी डॉ. प्रशांत देवांगन ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में इस बात का पता चला कि बच्ची की हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के पिता से सख्ती से पूछताछ की, तब उसने बेटी की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी विश्वनाथ ने पुलिस को बताया कि न्यासा 6 दिन से खाना भी नहीं बना रही थी। 29 जून को भी उसने ऐसा ही किया था। उसने बैल (मवेशी) को चारा भी नहीं दिया था। इसलिए गुस्से में उसने न्यासा को डंडे से पीटा। इस दौरान वह गिरकर घर में रखे बड़े पत्थर से टकरा गई और उसके सिर से काफी खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई थी।
पत्नी के साथ मिलकर शव को पेड़ पर लटकाया
आरोपी विश्वनाथ ने बताया कि घटना के बाद उसने अपनी दूसरी पत्नी के साथ मिलकर लिबरा के जंगल में एक पेड़ पर शव को लटका दिया था। किसी को इस बारे में पता नहीं चले, इसलिए पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। आरोपी विश्वनाथ ने पहली पत्नी को कुछ समय पहले छोड़ दिया था और दूसरी शादी कर कर ली थी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत कार्रवाई की है। जांच में निरीक्षक भारद्वाज सिंह की टीम शामिल थी।