छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
अंबिकापुर 25 जुलाई 2022 । छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरगुजा जिले के मैनपाट इलाके में हाथियों ने एक बुजुर्ग दंपति पर हमला कर दिया। महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल है। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नर्मदापुर में भर्ती किया गया है। करीब 2 महीने से जंगली हाथियों का दल सरगुजा जिले के मैनपाट और रायगढ़ जिले के कापू वन परिक्षेत्र के सरहदी जंगल में विचरण कर रहे हैं। वन विभाग ने हाथियों की मौजूदगी वाले स्थानों से लोगों को दूर रहने मुनादी कराई है। हाथियों की निगरानी के लिए वन कर्मियों की तैनाती भी की गई है।
सरगुजा जिले के मैनपाट वन परिक्षेत्र अंतर्गत बरडांड में रात के समय हाथियों का दल घुस गया। हाथियों को देखकर बुजुर्ग दंपती भागने का प्रयास कर रहे थे। हाथियों ने बसमतिया (65 वर्ष) को कुचल कर मार डाला। उसका पति विश्वनाथ किसी तरह हाथी के हमले में घायल होने के बाद भी दूर निकल गया। देर रात हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग का अमला भी प्रभावित क्षेत्र में पहुंचा। हाथियों को सुरक्षित तरीके से दूर खदेड़ने के बाद घायल विश्वनाथ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनपाट में भर्ती करा दिया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
हाथियों का आतंक, 65 घरों को तोड़ चुके
जंगली हाथियों के कारण मैनपाट के बरडांड व कंडराजा सहित आसपास के गांव में रहने वाले लोग हाथियों के आतंक से परेशान हैं। साल-2022 में हाथियों द्वारा मैनपाट में 65 घरों को क्षतिग्रस्त किया जा चुका है। हाथियों द्वारा लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है। क्षेत्र में आधा दर्जन लोगों की मौत हाथियों ने की है। बता दें कि छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में बारिश के दिनों में बादल और धुंध के कारण ज्यादा दूर तक कुछ भी नजर नहीं आता। हाथियों की निगरानी भी कड़ी चुनौती बनी हुई है। रात के अंधेरे में हाथियों का स्पष्ट लोकेशन भी नहीं मिल पाता है।