छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
गुवाहाटी 24 जुलाई 2022। अरुणाचल प्रदेश में कुरुंग कुमे जिले से 13 जुलाई को लापता हुए असम के 19 निर्माण मजदूरों में से आठ का पता लगा लिया गया है और उन्हें बचा लिया गया है। उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है। भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर अभी खोज और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। बाकी 11 ंमजदूरों की तलाश अब भी जारी है। रेस्क्यू से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जिन मजदूरों को तलाशा गया है वे बहुत कमजोर पाए गए हैं। बता दें कि चीनी सीमा से लगते अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले में 19 मजदूर 13 जुलाई को लापता हो गए थे जिनका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। ये मजदूर भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जिले के दामिन सबडिवीजन के सुदूर हुरी इलाके में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के तहत एक परियोजना के लिए सड़क निर्माण में काम करते थे। इन्हें एक स्थानीय निजी ठेकेदार ने काम पर रखा था। ये सभी मजदूर असम के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि यह क्षेत्र केंद्रीय मंत्री किरिन रिजिजू के लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
मजदूर ठेकेदार को बिना सूचित किए पांच जुलाई की रात को शिविर से निकल पड़े थे
जानकारी के अनुसार, ये सभी ईद पर घर जाना चाहते थे, लेकिन इन्हें ठेकेदार ने छुट्टी नहीं दी। मजदूर ठेकेदार को बिना सूचित किए पांच जुलाई की रात को शिविर से निकल पड़े। बाद में पता चला कि वे लापता हो गए। स्थानीय लोगों ने खुद ही उनकी पहले काफी खोजबीन की, लेकिन जब किसी तरह कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस को इसकी जानकारी दी।
इन आठ मजदूरों को बचाया गया
जिन आठ मजदूरों को बचाया गया है उनमें अब्दुल अली, माजिदुल अली, मोनोवर हुसैन, जॉयनैय्यर अली, इनामुल हुसैन, खैरुल इस्लाम, हमिदुल हुसैन और इब्राहीम अली के नाम शामिल हैं।