छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 04 जुलाई 2022। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला बर्मिंघम के मैदान पर खेला जा रहा है। तीन दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने दूसरी पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 125 रन बना लिए हैं। पहली पारी के आधार पर भारत के पास कुल 257 रन की बढ़त हो चुकी है। इस मैच में भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 284 रन ही बना पाई और मैच में पिछड़ रही है। पहली पारी में 400 रन बनाने के बाद भारत के आंकड़े शानदार हैं और इस मैच में भी भारतीय टीम की जीत लगभग तय नजर आ रही है। 2015 से टीम इंडिया ने पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाने के बाद कोई मुकाबला नहीं गंवाया है। पिछले सात वर्षों में टीम इंडिया 18 बार किसी टेस्ट मैच की पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बना चुकी है। इनमें से 15 मैच में उसे जीत मिली है, जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। इस आधार पर एजबेस्टन में भी टीम इंडिया की जीत तय नजर आ रही है।
बर्मिंघम का इतिहास भी भारत के पक्ष में
बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर हमेशा ही लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल रहा है। यहां सिर्फ 12 बार सफलतापूर्क लक्ष्य का पीछा किया गया है। यहां सबसे बड़ा टारगेट दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 2008 में चेज किया था। अफ्रीकी टीम ने चौथी पारी में 281 रन बनाकर जीत हासिल की थी। इससे पहले 1999 में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 208 रन बनाकर जीत हासिल की थी। इस मैदान में सिर्फ बार ही 200 से ज्यादा के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया गया है।
खास बात यह है कि भारत के पास पहले ही 257 रन की बढ़त हो चुकी है और सात विकेट बचे हुए हैं। ऐसे में इंग्लैंड को 300 से ज्यादा का लक्ष्य मिलना तय है, जबकि इस मैदान पर अब तक 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य रखने वाली टीम हमेशा जीती है। ऐसे में भारत के पास इंग्लैंड को हारकर टेस्ट सीरीज अपने नाम करने का शानदार मौका है। अगर ऐसा होता है तो भारत 15 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर कोई टेस्ट सीरीज जीतेगा। इससे पहले 2007 में टीम इंडिया ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में सीरीज जीती थी।