छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लहसुन का उपयोग हर घर में मसाले के रूप में किया जाता है। जबकि आयुर्वेद में इसका उपयोग औषधि के लिए किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए लाभदायक होते हैं। इसका स्वाद तीखा और गंध विशेष प्रकार की होती है। विशेषज्ञों की मानें तो लहसुन में प्रोटीन, सैपोनिन, फ्लैवोनॉइड, एन्ज़ाइम तथा विटामिन बी पाए जाते हैं। जबकि इसको पीसने पर एलिसिन प्राप्त होता है, जो कई बीमारियों में लाभदायक होता है। हालांकि, कुछ लोग काला लहसुन का यूज़ करते हैं। अगर आपको पता नहीं है, तो जानते हैं कि काला लहसुन क्या है और इसके फायदे क्या हैं-
काला लहसुन क्या है
इसमें भी सामान्य लहसुन की तरह एलिसिन पाया जाता है। जबकि इसमें ऐंटीबैक्टीरियल, ऐंटीवायरल के गुण भी पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए गुणकारी साबित होते हैं। सामान्य लहसुन को पकाकर काला लहसुन बनाया जाता है। इसके लिए लहसुन को दो सप्ताह तक भिन्न-भिन्न तापमानों पर पकाया जाता है। इसके बाद लहसुन की कलियां सुख जाती है अथवा जल जाती है। इस वजह से लहसुन का रंग काला हो जाता है। जबकि लहसुन के छिलके का रंग भूरा हो जाता है। इस अभिक्रिया से लहुसन में ऐंटीऑक्सिडेंट्स गुण संयोजित होते हैं, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
डायबिटीज़ में फायदेमंद है
काला लहसुन डायबिटीज़ रोग में फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शर्करा स्तर नियंत्रित रहता है। जबकि इंसुलिन को भी रेगुलेट करता है।
मोटापे को कम करता है
विशेषज्ञों की मानें तो इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बढ़ते वजन को कम करने अथवा नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसके लिए आप रोजाना काले लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
सामान्य लहसुन की तुलना में काला लहुसन अधिक फायदेमंद होता है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। जबकि ऐसा माना जाता है कि बौद्धिक विकास में भी यह फायदेमंद होता है।