
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जोधपुर 12 मार्च 2022। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार फिर से किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार को किसानों के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए नहीं तो वे सभी अपनी मांगों को पूरी करने के लिए हिंसा का सहारा ले सकते हैं। मोदी सरकार को मेरी सलाह है कि वे किसान से पंगा न लें क्योंकि वे बहुत ही खतरनाक लोग हैं। राजस्थान के शहर जोधपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को वह मिलेगा जो वे चाहते हैं, या तो बातचीत या लड़ाई के माध्यम से, या यदि आवश्यक हो, तो हिंसा के माध्यम से भी। मलिक ने कहा कि वह किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए अपना पद भी खो सकते हैं, लेकिन अपनी आवाज उठाने या राज्यपाल का पद छीनने से नहीं डरते।
पीएम मोदी का मुकाबला करने में सक्षम हूं: मलिक
मलिक ने कहा कि काश्तकारों का गला घोंटा नहीं जा सकता। वे जानते हैं कि अपनी मांगों को कैसे पूरा किया जाए। अगर उन्हें दिया गया आश्वासन पूरा नहीं हुआ तो वे अपना विरोध फिर से शुरू करेंगे। हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट किया कि केंद्र के साथ उनकी कोई ‘शत्रुता’ नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में डेढ़ कमरे के घर में रहता हूं, इसलिए मैं किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी का मुकाबला करने में सक्षम हूं।
मलिक ने पीएम मोदी को अहंकारी बताया था
जनवरी में मलिक ने दावा किया कि किसानों के मुद्दे पर दोनों के बीच एक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने अहंकारी’ व्यवहार किया। उन्होंने आगे दावा किया था कि जब उन्होंने अमित शाह के साथ पीएम मोदी के व्यवहार के बारे में बात की, तो केंद्रीय गृह मंत्री ने टिप्पणी की कि पीएम ने अपना दिमाग खो दिया है।