छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रांची 09 फरवरी 2022। झारखंड में पूर्व प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद से पार्टी में ऊहापोह की स्थिति है। पार्टी ने अविनाश पांडेय को नया प्रदेश प्रभारी बनाया है। हालांकि, इसके बाद भी पार्टी में भीतरघाने अलग-अलग गुट चल रहे हैं। ऐसे में मंगलवार को कांग्रेस विधायकों का दल दिल्ली में राहुल गांधी से मिला। इस दौरान करीब दो घंटे तक बातचीत हुई। बैठक में झारखंड के 17 विधायक समेत 33 लोग शामिल थे। दरअसल, आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके खेमे के अन्य विधायक भी पार्टी को छोड़ सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस पहले से ही सतर्क हो गई है और राज्य संगठन की नाराजगी दूर करने के लिए बातचीत का रास्ता अपना रही है। पार्टी ने स्थिति को भांपते हुए प्रदेश कांग्रेस का नया प्रभारी चुनने में भी समय नहीं लगाया।
पार्टी में मांगी पूरी भागीदारी
इस दौरान हुई चर्चा में कांग्रेस विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के सामने राज्य सरकार में पूरी भागीदारी का मुद्दा उठाया। कहा , पार्टी को मजबूत बनाए रखने के लिए संगठन व सरकार के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए, लेकिन पार्टी इस समय अलग-अलग गुटों में बंटी दिख रही है। ऐसे में संगठन को मजबूत बनाने के लिए सबकी जवाबदेही तय करने की जरूरत है।
आवाज दबाने का आरोप
राहुल गांधी के सामने कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि आरपीएन सिंह के कार्यकाल में पार्टी के अंदर उठने वाली आवाज को दबा दिया जाता था। उनकी बात को सही जगह नहीं पहुंचाया गया, इससे नेताओं में नाराजगी पैदा होती गई्, जिसे अब दूर करने की जरूरत है।