छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 24 जनवरी 2022। पंजाब चुनाव के लिए त्रिकोणीय गठबंधन (भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त) ने सिखों को लेकर विशेष रणनीति बनाई है। चुनावी मंथन के बाद गठबंधन के सभी सहयोगियों ने तय किया है कि विधानसभा की कुल 117 सीटों में 70 पर सिख चेहरों को उतारा जाए। अकेले भारतीय जनता पार्टी ने ही 33 से 35 सिख चेहरों को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। गठबंधन के अन्य साथी पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को भी इसी रणनीति पर उम्मीदवार उतारने की भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सलाह दी है। अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा के शिअद से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ चुनाव लड़ रही है। त्रिकोणीय गठबंधन में शामिल तीनों की राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव विशेष अहम हैं। कैप्टन के साथ ही भाजपा के लिए भी पंजाब चुनाव में जीतना राज्य में आगे का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। यही वजह है कि भाजपा सहित अन्य गठबंधन के दल पंजाब चुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं।
पंजाब में हमेशा से ही चुनाव में सिख धुरी रहे हैं, इसलिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ मिलकर अन्य सहयोगियों ने सिखों को लेकर विशेष रणनीति बनाई है। जिसमें तय किया गया है कि 117 विधानसभा सीटों में से अधिकतर सीटों पर सिख चेहरों को ही उतारा जाए। भाजपा के कुछ नेताओं ने बताया कि तीनों दलों ने तय किया है कि 70 में से भाजपा लगभग 35 सीटों पर सिख चेहरों को उतारेगी। इनमें से अधिकांश चेहरे किसान और अन्य पिछड़ा वर्ग के शामिल किए जाएंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कैप्टन और ढींडसा को भी अधिक से अधिक उम्मीदवार इसी फार्मूले पर उतारने की सलाह दी है।
भाजपा 43 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
पंजाब में कुल 117 विधानसभा सीट में 65 पर भाजपा के उम्मीदवार उतारने की संभावना है। उसके सहयोगी दल पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पंजाब लोक कांग्रेस के 38 सीट पर और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के 14 सीट पर चुनाव लड़ने की संभावना है। हालांकि अभी तक तीनों दलों की ओर से सीटों के बंटवारे को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
भाजपा की पहली सूची में 13 सिख चेहरे
भाजपा 34 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर चुकी है, जिनमें 13 सिख और किसान समुदाय से और अनुसूचित जाति वर्ग से नौ उम्मीदवारों को टिकट दी है। पीएलसी की भी पहली सूची में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस विशेष रणनीति का ख्याल रखा है और अधिकांश सिख चेहरों को उम्मीदवार बनाया है।