नशे के साथ अवैध कारोबारियों पर चलेगा निजात का डंडा
साजिद खान/ छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोरिया (छत्तीसगढ़) 18 जनवरी 2022। जिले में “निजात” शब्द लोगों के जेहन में छाया रहा। जिले में पुलिस विभाग ने इस शब्द के नाम पर अभियान भी चलाया गया और अवैध नशे का शारीरिक सेवन करने वाले के विरुद्ध जिलें के थानों में सैकड़ो प्रकरण भी बने। इस अभियान के लिए नशा मुक्ति को लेकर अलग-अलग नारे भी प्रसारित किए गए। नारे से सामाजिक उत्साहवर्धन भी हुआ। जिले में खासकर महिलाओं ने इस अभियान का सहयोग किया। यह अभियान कितना सफल हुआ या कितना असफल रहा किसी सर्वे में नशेडियों के बढते या घटते ग्राफ से पता चल सकेगा। सरगुजा आईजी ने भी इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए संभाग पुलिस को प्रेरित किया था। अब निजात अभियान चलाने वाले साहब के स्थानांतरण हो जाने के बाद जिले में नए एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर पदस्थ हो गए हैं।
जैसे विकास एक सतत प्रकिया का रूप है वैसे ही अपराध पर लगाम लगाना इस विभाग की सतत प्रकिया है। नए साहब के जिले में पदस्थ होने के बाद तुंरत बाद चिरिमिरी थाना में कबाड और सट्टा पर कार्यवाही हुई तो मनेन्द्रगढ़ थाना में भी अवैध कबाड की गाड़ी पकड़ी। नए एसपी के पदस्थ होने के बाद आपके निर्देश पर थाना मनेन्द्रगढ़ द्वारा दिनांक 15 जनवरी को आटो में झगराखांड बंद माइन से चोरी कर पिकअप भरा लगभग 3 टन अवैध कबाड जप्त कर वैधानिक कार्यवाही किया गया। दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया। इसी तरह अपराधिक व्यवसाय पर अंकुश लगाने के लिए एस पी के निर्देश पर दिनांक 14 जनवरी को थाना चिरिमिरी में सट्टा पट्टी काटते हुए पाए जाने पर 6 लोगों पर कार्यवाही किया गया और सूचना पर ट्रक क्रमांक सीजी 16 सीएल 8100 तथा ट्रक क्रमांक सीजी सीजी 7100 में अवैध कबाड व वाहन जप्त कर कार्यवाही की गई। इसके अलावा सार्वजनिक स्थान पर शराब सेवन किए जाने के लिए बरदर निवासी पर थाना खडगवां में आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।
अवैध व्यवसाय व अपराधों पर लगाम लगाने के अलावा साहब के द्वारा थानों को पुराने व निगरानी शुदा बदमाशों की कुंडली को संधारित कर सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। इसी तारतम्य में थाना मनेन्द्रगढ़ बस स्टैंड रहने वाले राजेश उर्फ खिड़की को वर्ष 1988 से निगरानी बदमाश की सूची में लाया गया था। यह निगरानी बदमाश का वर्तमान में 65 वर्ष का है। इसके द्वारा विगत 5 वर्षों से कोई अपराध नही किया गया। इस पर पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश करने पर उपरोक्त व्यक्ति का नाम गुंडा बदमाश की सूची से बाहर कर दिया गया। जिससे उसकी आंखों में आसूं छलक गए। एसपी साहब के गुंडा व निगरानी पुराने बदमाशों की सूची संधारण वाले इस कदम से और भी न जाने कितने पुराने निगरानी शुदा बदमाश अपराध नही करने का मन बना कर उक्त सूची से बाहर निकलकर आने वाले समय में आंसू छलकाने को तैय्यार होंगे !