छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
विशाखापत्तनम 03 दिसम्बर 2021 । आंध्र प्रदेश में चक्रवात जवाद के कहर के मद्देनजर विशाखापत्तनम और श्रीकाकुलम जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है. विशाखापत्तनम जिला कलेक्टर ने इस बात की जानकारी दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जिलों के स्कूल 3 दिसंबर और शनिवार को यानी 4 दिसंबर को बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टरों से बात की और उन्हें सभी एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कलेक्टरों से कहा, ‘यह सुनिश्चित करें कि चक्रवाती तूफान के कारण किसी को कोई समस्या न हो. खासकर निचले और संवेदनशील क्षेत्रों के मामले में सतर्क रहें.’ सीएमओ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि जहां कहीं भी जरूरी हो, राहत शिविर स्थापित करने की व्यवस्था की जाए.’ वहीं, वाल्टेयर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक ईस्ट कोस्ट रेलवे के डिवीजन एके त्रिपाठी ने कहा, ‘जवाद के मद्देनजर आंध्र प्रदेश सरकार ने 3 और 4 दिसंबर के लिए विशाखापत्तनम जिले से लगभग 65 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.’
कई राज्यों में दिखेगा चक्रवात जवाद का प्रभाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद में बदल जाएगा. आईएमडी ने कहा कि चक्रवाती तूफान के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों तक पहुंचने की संभावना है. विभाग ने कहा कि विशाखापत्तनम से करीब 770 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में गुरुवार देर रात बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक, यह दबाव शुक्रवार की सुबह पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया है.
एनडीआरएफ सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना
ओडिशा, आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के भी आसार जताए गए है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और खड़ी फसलों, विशेष रूप से धान को संभावित नुकसान पहुंचने की संभावना है. चक्रवात जवाद से उत्पन्न होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए ओडिशा सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि सरकार तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य अग्निशमन सेवा और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना बना रही है.