कोरोना काल के चुनौतियों के बीच पिछले वर्ष के आकंडे को बीट करना रही उपलब्धि
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 01 अप्रैल 2021। एसईसीएल ने लगातार तीसरे वर्ष कोयला उत्पादन में 150 मिलियन टन का आकंडा पार किया है तथा ऐसा करने वाली वह भारतीय कोयला उघोग की एकमात्र कंपनी बनी है। इस वर्ष कंपनी का कुल कोयला उत्पादन 150.61 मिलियन टन रहा। इस वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन को लेकर कई कीर्तिमान भी बने जिनमें 28 मार्च को 1.063 मिलियन टन कोयला उत्पादन शामिल है। एसईसीएल के अर्विभाव से लेकर अबतक यह सर्वाधिक दैनिक उत्पादन है। कंपनी ने 19 मार्च 2021 (1.001 मिलियन टन) तथा 30 मार्च 2021 (1.04 मिलियन टन) तथा वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च (1.03 मिलियन टन) को भी 1.00 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादित किया था। तुलनात्मक रूप से, पिछले वित्तीय वर्ष में केवल एक दिन 27 मार्च 2020 को 1.00 मिलियन टन कोयला का उत्पादन हुआ था। विदित हो कि फरवरी एवं मार्च 2021 में एसईसीएल का औसत मासिक कोयला उत्पादन ( मार्च 2021 में 26.43 मिलियन टन तथा माह फरवरी 2021 में 17.91 मिलियन टन) कंपनी के इतिहास मेें इन दो महिनों मेें अब तक का सर्वाधिक रहा है।
कई खदानों ने समय से पूर्व हासिल किया उत्पादन लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2020-ं21 में एसईसीएल की कई खदानों ने समय से पूर्व कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया है। इसमें कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मानिकपुर खुली खदान (4.9 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य 27 मार्च 2021 को पूर्ण / खदान ने लगातार सातवें वर्ष उत्पादन लक्ष्य पूरा किया), सोहागपुर क्षेत्र के खैरहा भूमिगत खदान (8.19 लाख उत्पादन लक्ष्य 22 फरवरी 2021 को पूर्ण किया), बंगवार भूमिगत खदान (6.5 लाख टन उत्पादन लक्ष्य दिनांक 06 जनवरी 2021 को पूर्ण), भंटगाव क्षेत्र के महान-ंII परियोजना (2.00 मिलियन टन 14 मार्च 2021 को पूर्ण) हसदेव क्षेत्र के राजनगर आरओ यूजी (2 लाख टन 28 मार्च 2021 को पूर्ण) तथा हल्दीबाड़ी यूजी (6.6 लाख टन दिनांक 24 मार्च 2021 को पूर्ण ) शामिल हैं।
कंपनी के विभिन्न उत्पादन क्षेत्रों में रायगढ़ क्षेत्र ने अपना वार्षिक उत्पादन लक्ष्य पूर्ण करते हुए वार्षिक आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धी दर्ज की है। इसके अतिरिक्त कंपनी के भंटगाव, जोहिला, सोहागपुर एवं दीपका क्षेत्र ने गत वर्ष की तुलना में अधिक कोयला उत्पादन किया है।
ओव्हरबर्डन रिमूवल में एसईसीएल ने 196.45 मिलियन क्यूबिक मीटर का आकंडा छुआ है जो कि गत वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है।
कोरोना काल की चुनौतियों के बीच कोल कंज्यूमरस ने दिखाया एसईसीएल में विश्वास
कोरोना काल में उपभोक्ताओं की घटती मांग के बावजूद इस वर्ष कंपनी ने 138.8 मिलियन टन कोयले का संप्रेषण किया। इस वर्ष प्रदूषण मुक्त परिवाहन को बढ़ावा देते हुए कंपनी ने रेल डिस्पैच को प्रश्रय दिया तथा वार्षिक आधार पर रेल डिस्पैच में 31 प्रतिशत की वृद्धी दर्ज की गई। इस वित्तीय वर्ष में देश में कोयला आयात के मात्रा को कम करने के महती उद्देश्य को बल प्रदान करते हुए एसईसीएल ने विभिन्न ई-ं ऑक्शन स्कीमों के तहत ऑफर किये जाने वाले कोयले की मात्रा में गत वर्ष की तुलना में 360 प्रतिशत की वृद्धी दर्ज की है। कंपनी के कुसमुण्डा क्षेत्र में 18 मार्च 2021 को साइलो सं. 3 से फुल रेक लोडिंग की शुरूवात की गई जिससे कि त्वरित एवं पर्यावरण अनुकूल लोडिंग के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा। इसी वर्ष 26 मार्च 2021 को कंपनी ने 75 रेक के लोडिंग की, जो कि एक दिन में अब तक की सर्वाधिक रेक लोडिंग है। वित्तीय पैरामीटर पर कंपनी ने नान-ंपावर एरियर रेक के लिक्विडेशन में बडी सफलता पाई है जिसमें कि 01 अप्रैल 2020 को शेष 2869 रेक को लिक्विडेट करते हुए यह आकड़ा 1242 रेक तक ले आए हैं। कच्चे कोयले की लोडिंग में कंपनी ने वर्ष 2021 में 45.8 रेक प्रतिदिन का औसत हासिल किया है जो कि पिछले वर्ष के 35.5 रेक प्रतिदिन से अधिक तथा औसत रूप में अब तक का सर्वाधिक है। मार्च महिने में कंपनी ने 55.5 रेक प्रतिदिन की रिकार्ड लोडिंग की।
इस मौके पर एसईसीएल के अध्यक्ष-ंसह-ंप्रबंध निदेशक ए.पी.पण्डा ने कंपनी के श्रम संघठनों, यूनियन/एसोेसियेशन के पदाधिकारियों तथा रेलवे एवं प्रर्यावरण सहित सभी स्टैक होल्डरों को उनके सतत् सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है तथा आशा व्यक्त किया है कि भविष्य में भी उनका निरंतर सहयोग प्राप्त होता रहेगा।
एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर में इस अवसर पर आयोजित संक्षिप्त सभा में कंपनी के मुख्य सर्तकता अधिकारी, बी.पी.-शर्मा , निदेशक तकनीकी संचालन, मनोज कुमार प्रसाद, निदेशक वित्त/कार्मिक, एस.एम. चैधरी एवं निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजन), एस.के.पाल, विभिन्न विभागाध्यक्ष, श्रम संघ , यूनियन/एसोेसियेशन के पदाधिकारीगण, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशा) अनलेश कुमार सक्सेना एवं उनकी टीम उपस्थित रहें।