धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 28 फरवरी 2021। नगरनार मामले में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक जी के बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि नेताप्रतिपक्ष का बयान सीधे-सीधे उनकी विफलता की स्वीकरोक्ति है। अगर केन्द्र में उनकी पार्टी की सरकार है और अगर उनकी ही बात उनकी ही पार्टी की सरकार नहीं मान रही है तो यह इस बात का जीता-जागता सबूत है कि छत्तीसगढ़ का भाजपा नेतृत्व केन्द्रीय नेतृत्व के आगे अपनी विश्वसनियता पूरी तरीके से खो चुका है। नेता प्रतिपक्ष का यह बयान भाजपा के राज्य के नेतृत्व की असफलता की स्वीकरोक्ति भी है। राज्य के हितों की रक्षा कर पाने में भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता विफल रहे हैं।
धरमलाल कौशिक जी का यह बयान इस बात का जीता-जागता सबूत है कि भाजपा का राज्य का नेतृत्व राज्य के हितां की बात केंद्र की भाजपा सरकार के सामने रख पाने में भी विफल रहा है। अपनी पार्टी की केंद्र सरकार के आगे अगर भाजपा का प्रदेश नेतृत्व अपनी बातों को नहीं रख पा रहा है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र की भाजपा सरकार राज्य की भाजपा नेताओं का बात नहीं मान रही है तो इससे बड़ा इनकी विफलता का इनकी नाकामी का और क्या सबूत हो सकता है। जहां तक राज्य सरकार नहीं कर पायेगी कहने की बात है भाजपा ने कहा था राज्य सरकार धान खरीदी नहीं कर पायेगी लेकिन राज्य सरकार ने धान खरीदी करके दिखा दी। भाजपा ने कर्जमाफी नहीं होगा कहा था राज्य सरकार ने कर्ज माफी करके भी दिखा दिया। भूपेश बघेल जी की संघर्ष क्षमता और संकल्प को समझ पाना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बस में नहीं है।
अगर हम कह रहे हैं तो हम करेंगे भी, हमने किया भी है। धान खरीदी में किसानों के प्रति राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का दायित्व किया है। नगरनार को लेकर भी हमारा जो कमीटमेंट है हम उसको पूरा करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि धान खरीदी में भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार के द्वारा धान खरीदी में लगातार बाधाएं डाली गयी। आप एक रूपया भी उपर देंगे तो हम आपका चावल नहीं लेंगे। जब समर्थन मूल्य में खरीदी हुयी तो फिर 60 लाख टन बोलकर 24 लाख टन धान खरीदना। बारदानों की कृतिम किल्लत पैदा करना इनमें प्रमुख है। भारतीय जनता पार्टी अपनी केंद्र सरकार के इन कुकृत्यों के लिए, छत्तीसगढ़ विरोधी हरकतों के लिए, किसान विरोधी चरित्र के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों से माफी मांगे, नगरनार के विनिवेश किये जाने भी भाजपा की छत्तीसगढ़ इकाई को छत्तीसगढ़ और खासकर बस्तर की जनता से क्षमा-याचना करनी चाहिए।