राहुल गांधी के साथ पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की और प्रियंका-राहुल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार नहीं होने और जीभ नहीं काटने की बात सफेद झूठ
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 01 अक्टूबर 2020। दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता। उत्तरप्रदेश में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है। इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदयः सांसद राहुल गाँधी।
देश के प्रमुख विपक्ष के नेता के साथ कायर भाजपा की पुलिस का असभ्य व्यवहार शर्मनाक है,आप धरतीपुत्र को जमीन पर गिराकर रोक नहीं सकते। निर्दोष को पीड़ित करना, न्याय की मांग करना ये तो भाजपा सरकार में अन्याय था लेकिन अब प्रताड़ित के प्रति सहानुभूति प्रकट कर भी अन्याय हो गया है। आखिर किस स्तर तक गिरेगी भाजपा ? : राज्यसभा एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया।
हिटलर की तानाशाही विचारधारा की जर्जर नींव पर टिकी आरएसएस और उसकी संस्था भाजपा यदि भारत में अंग्रेजों की हुकूमत की समाप्ति का अध्ययन करके भी कांग्रेस की वैचारिक ताकत नहीं पहचान पाए, तो सच में तरस के लायक हैं आप। इन गीदड़भकियों को शाखाओं के भीतर ही रखो, सड़क पर तो जनता है : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल।
ये लड़ाई न्याय की है, भाजपाई गोली- लाठी से नहीं रुकेगी। ये लड़ाई देश बेटियों के लिए है, अहंकारी भाजपा के धक्कों से नहीं रुकेगी। कांग्रेस का इतिहास न्याय के लिए सीने पर लाठी-गोली झेलने का रहा है। गर्व है कि राहुल गांधी उस परम्परा को निभा रहे हैंः प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम।
राहुल गांधी के साथ पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की और प्रियंका-राहुल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार नहीं होने और जीभ नहीं काटने की बात सफेद झूठ
अनुसूचित जाति की बालिका की हैवानगी और दरिंदगी के बाद हत्या के विरोध में हाथरस जा रहे राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की और प्रियंका-राहुल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुये प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि राहुल गांधी के साथ पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की और प्रियंका-राहुल की गिरफ्तारी से पूरे देश में गहरी नाराजगी है। सच्चाई को छिपाने के लिये अनुसूचित जाति की बालिका के शव को रात में ही जला दिया गया। क्यों जलाया गया यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार नहीं होने और जीभ नहीं काटने की बात आने से स्पष्ट हो गया।