वैज्ञानिकों, इंजीनियर, डेटा एक्सपर्ट को एकजुट किया जाए
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
स्वामी नाथ जायसवाल
नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2020 । राहुल गांधी ने सरकार को कई तरह के सुझाव दिए हैं. अब उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी भले ही एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह देश के लिए एक बड़ा मौका भी है. देश में कोरोना वायरस संकट के दस्तक देने के बाद से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को कई तरह के सुझाव दिए हैं. अब उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी भले ही एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह देश के लिए एक बड़ा मौका भी है. हमें वैज्ञानिकों, इंजीनियर, डेटा एक्सपर्ट को एकजुट करने की जरूरत है ताकि वे संकट के समय में जरूरी समाधान मुहैया करा सकें.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘कोविड-19 महामारी एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह एक अवसर भी है. हमें संकट के समय नवीन समाधानों पर काम करने के लिए वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों के बड़े समूह को तैयार किए जाने की आवश्यकता है.
इससे पहले, राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा था कि कोरोना लॉकडाउन संकट की वजह से देश में आगे चलकर बड़े पैमाने पर बेरोजगारी आने वाली है और इससे निपटने के लिए सरकार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) और कंपनियों को राहत पैकेज देना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा कि वह सरकार को रचनात्मक सुझाव दे रहे हैं. गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, ‘कोरोना संकट की वजह से आगे चलकर देश में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी आने वाली है. इससे निपटने के लिए सरकार को MSME और बड़ी कंपनियों के लिए राहत पैकेज तैयार करना चाहिए. उनको सरकार को प्रोटेक्शन देना चाहिए.
क्या गरीबों के लिए पर्याप्त है पैकज?
गरीबों के लिए जारी 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये के पैकेज पर राहुल गांधी ने कहा कि पैसा स्पीड से राज्यों तक नहीं पहुंच रहा है. उन्होंने कहा, ‘फूड शॉर्टेज आने वाली है. आपके पास गोदाम में अनाज पड़ा है. उसको गरीबों को दीजिए. बहुत से लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनको भी जोड़िए. न्याय योजना को लागू कीजिए. जो लोग सबसे गरीब हैं, उन्हें पैसे की जरूरत है.
राहुल गांधी का कहना था कि गरीबों को जितना ज्यादा पैसा दे सकते हैं दीजिए. आप न्याय योजना नाम न रखें कुछ और इस्तेमाल कर लें. लेकिन ऐसा काम जरूर कीजिए, क्योंकि जीवन सबसे जरूरी चीज है. ऐसे में हमें जिंदगियों को बचाना होगा, साथ ही अर्थतंत्र को भी देखना होगा. 20 प्रतिशत सबसे गरीब लोगों के खाते में डायरेक्ट पैसा दिया जाना चाहिए, क्योंकि इन्हें सबसे ज्यादा परेशानी है ।
पीएम को पत्र भी लिख चुके हैं राहुल
राहुल गांधी कई बार कोरोना वायरस को लेकर ट्वीट कर चुके हैं। इससे निपटने के तरीकों पर अपना सुझाव भी दे चुके हैं। सबको एकजुट होकर इससे लड़ने के भी कहा था। वह तो पीएम मोदी को पत्र भी लिख चुके हैं कि कोरोना वायरस से कैसे लड़ा जाए और क्या-क्या उपाय किए जाने चाहिए।