छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 23 नवंबर 2020। देशभर में कोरोना की दूसरी लहर की आशंकाओं के बीच योगी सरकार सतर्क हो गई है। प्रदेश सरकार ने किसी धार्मिक-सांस्कृतिक या पारिवारिक आयोजन जैसे- शादी, मुंडन आदि में शामिल हो सकने वाले लोगों की अधिकतम संख्या को कम कर दिया है। पहले जहां ऐसे समारोहों में 200 लोगों के जाने की इजाजत थीं, वहीं अब इसे घटाकर 100 या हॉल की कुल क्षमता का 50 फीसदी (दोनों में से जो कम हो) कर दिया गया है। इसके साथ ही अन्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी जरूरी होगा।
मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, 100 लोगों की अनुमति भी फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड नियमों के पालन के साथ दी जाएगी। वहीं खुले मैदान या क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों के लिए उस मैदान के कुल क्षेत्रफल के 40 फीसदी तक के एरिया को ही भरने की अनुमति दी जाएगी।
कॉलेज-यूनिवर्सिटी खोलने को लेकर निशाने पर सरकार
हालांकि दूसरी ओर सोमवार से कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने के निर्णय को लेकर सरकार की काफी आलोचना भी हो रही है। शिक्षण संस्थानों को इस शर्त के साथ खोलने की अनुमति दी गई है कि छात्रों की उपस्थिति किसी भी सूरत में 50 फीसदी से अधिक नहीं होगी।
खांसी-जुकाम या बुखार हुआ तो भेज दिया जाएगा घर
सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक स्कूलों को सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करनी होगी। अगर किसी विद्यार्थी, शिक्षक या अन्य कर्मचारी को खांसी-जुकाम या बुखार के लक्षण होंगे तो उसे प्राथमिक उपचार देकर तत्काल घर भेज दिया जाएगा।