छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बंगलूरू 06 सितंबर 2024। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब वर्षों से निर्मित बुनियादी ढांचे पर साइबर हमलों का खतरा मंडरा रहा है, तो साइबर सुरक्षा उपकरण और समाधान विकसित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा का खतरा सिर्फ व्यक्तिगत डाटा की चोरी तक ही सीमित नहीं। इसका संबंध राष्ट्र की सुरक्षा से है।
सोमनाथ ने साइबर नालंदा’ की आधारशिला रखी, जो एक अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा अनुसंधान और विकास केंद्र है। यह साइबर सुरक्षा समाधान कंपनी सिसा का कदम है। सोमनाथ ने कहा, मैं उन इंजीनियरों की पीढ़ी से हूं, जिन्होंने कंप्यूटर जाने बिना ही अपना कॅरिअर शुरू किया था। उस समय से अब तक का जबरदस्त बदलाव हुआ है। उनके अनुसार, एक समय पर सुरक्षा एंटी-वायरस के अलावा और कुछ नहीं थी। अब जैसे-जैसे एप्लिकेशन का विस्तार हो रहा है, खतरों का भी विस्तार हो रहा है।