छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 23 जून 2024। राजधानी में जल संकट के बीच सियासी पारा भी बढ़ गया है। हरियाणा से अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर भोगल के जंगपुरा स्थित सैनी चौपाल में शुक्रवार से दिल्ली की जल मंत्री आतिशी अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी हैं। आतिशी के अनशन का आज तीसरा दिन है। अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठीं जल मंत्री आतिशी ने अनशन के तीसरे दिन दिल्ली वालों को संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के हथिनी कुंड में पानी भरा हुआ है लेकिन हरियाणा सरकार ने दिल्ली को पानी छोड़ने वाले गेट बंद कर दिए हैं। दिल्ली के हक के पानी पर हरियाणा सरकार ने ताला लगाया है। जब तक दिल्ली की जनता को उनके हक का पानी नहीं मिल जाता तब तक ‘पानी सत्याग्रह’ जारी रहेगा।
आतिशी ने कहा, ‘मैं इस अनशन पर इसीलिए बैठी हूं क्योंकि दिल्ली में पानी का बहुत संकट है। दिल्ली में अपना पानी नहीं है। दिल्ली का सारा पानी पड़ोसी राज्यों से आता है। दिल्ली में कुल पानी 1005 एमजीडी है, जिसमें से 613 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रति दिन) हरियाणा से आता है लेकिन पिछले 3 हफ्ते से हरियाणा ने अपना पानी कम कर दिया है। वो दिल्ली को पानी नहीं दे रहे हैं। हरियाणा सरकार कहती है कि हमारे पास पानी नहीं है लेकिन कल कुछ लोग हथिनी कुंड बैराज गए और दिखाया कि हथिनी कुंड बैराज में पानी है लेकिन जिस गेट से दिल्ली के लिए पानी छोड़ा जाता है वो बंद कर दिया गया है और वहां से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है।
फाइव स्टार सत्याग्रह कर रहीं आतिशी: भाजपा
जल मंत्री आतिशी के धरने को भाजपा ने प्रशासनिक अराजकता बताया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शनिवार को कहा कि सत्याग्रह एक पवित्र आंदोलन है जिसे महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय समेत कई शीर्ष नेताओं ने अंग्रेज शासकों के खिलाफ जनजागरण के लिए शुरू किया था। उनके सत्याग्रह में एक मंच होता था, वहीं दिन रात बैठकर जनता से जुड़ते थे। ऐसा लगता है कि आतिशी एक फाइव स्टार सत्याग्रह कर रही हैं, वे चार घंटे मंच पर बैठती हैं और 18 घंटे मंच के पीछे एयरकंडीशन कमरे में चली जाती हैं। दिल्ली के लोग स्तब्ध हैं कि यह कैसा अनशन है जिसमे अनशनकारी हर फाइव स्टार सुख सुविधा भोग रहा है। यह सत्याग्रह आंदोलन की पवित्रता का अपमान है। आतिशी सत्याग्रह की मूल भावना को ठेस पहुंचा रही हैं। एक मंत्री का धरना देना भूख हड़ताल की बात करना हास्यास्पद लगता है। मंत्री का काम जनता की सुविधा के लिए काम करना होता है। सच में उन्हें लगता है दिल्ली में जल की कमी है और हरियाणा सरकार अतिरिक्त जल नहीं दे रही है तो वे अपनी पार्टी की पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान से पानी मांग लेतीं।
आतिशी के शुगर लेवल में 16 यूनिट की गिरावट
शनिवार को आप नेताओं ने बताया कि आतिशी के ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल में गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही, कुछ न खाने से वजन भी घटा है। अनशन के पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन जिस प्रकार जलमंत्री आतिशी के शुगर लेवल में 16 यूनिट की गिरावट दर्ज की गई है, डॉक्टरों ने उसे ख़तरनाक बताया है। डॉक्टरों के अनुसार यदि अनशन जारी रहता है तो आने वाले कुछ दिनों में उनके शरीर में कीटोन की मात्रा बढ़ सकती है जो खतरनाक होगा। आतिशी का कहना है कि चाहे जितने भी कष्ट सहन करने पड़ें, दिल्लीवालों के हक का पानी मिलने तक वह अनशन जारी रखेंगी।
पानी सत्याग्रह को सीपीआई का समर्थन
जल मंत्री आतिशी के पानी सत्याग्रह को इंडिया गठबंधन के घटक दलों का भी समर्थन मिल रहा है। शनिवार को सीपीआई के महासचिव डी. राजा ने भोगल में अनशन स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से गोपाल इटालिया समेत आप के कई नेता पहुंचकर सत्याग्रह में शामिल हुए। वहीं, शाम को मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौके पर पहुंचकर आतिशी का हालचाल जाना। इस दौरान डी. राजा ने प्रधानमंत्री को कर्तव्य निभाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली गंभीर जल संकट से गुजर रही है। हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच तालमेल बनाने की पहल करनी चाहिए, लेकिन वो नहीं कर रहे हैं।
अनशन रहेगा जारी
आतिशी ने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि जब तक 28 लाख लोगों को हरियाणा से अतिरिक्त पानी नहीं मिल जाता, अनशन जारी रहेगा। दिल्ली में पानी की बहुत कमी है। भीषण गर्मी में जब दिल्ली वालों को अधिक पानी चाहिए था, यहां पानी की कमी हो गई है। दिल्ली के पास अपना कोई पानी नहीं है। यहां आने वाला सारा पानी पड़ोसी राज्यों से आता है। उन्होंने हर संभव रास्ता अपनाकर देख लिया, लेकिन जब किसी भी तरीके से हरियाणा सरकार पानी देने के लिए तैयार नहीं हुई तो अनशन पर बैठने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।
प्रदर्शनकारी मुझ पर हमला करने की नीयत से पहुंचे: आतिशी
आतिशी ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी उन पर हमला करने की नीयत से पहुंचे थे। वह और उनकी पार्टी इस तरह की हरकतों से डरने वाली नहीं है। आप का एक-एक कार्यकर्ता बापू के सिखाए हुए सत्याग्रह के रास्ते पर चल रहा है। मांग पूरी होने तक यह रुकने वाला नहीं हैं, जबकि मार्शलों का कहना था कि वे किसी के इशारे पर नहीं आए हैं। अक्तूबर 2023 में दिल्ली सरकार ने बिना नोटिस दिए सैकड़ों लोगों को बेरोजगार कर दिया। वे 2015 से काम कर रहे थे। वे किसी पार्टी के लिए नहीं आए हैं। कविता ने कहा कि पीड़ित बस मार्शल आठ माह से अनशन पर है। पेट की लड़ाई लड़ रहे हैं। दिल्ली सरकार के पास वे अपनी बात रखने आए हैं।
आप ने भाजपा पर लगाया बड़ा आरोप
शनिवार को दोपहर में अनशन स्थल पर पूर्व बस मार्शल भी अपनी मांग रखने के लिए पहुंच गए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। आप ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया। आरोप है कि भाजपा के लोगों ने व्यवस्था को बिगाड़ने और शांतिपूर्ण अनशन में बाधा डालने की कोशिश की।