मोदी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना’
पीएम मोदी ने लाभार्थियों से योजना के जरिए उनके जीवन में आए परिवर्तन के बारे में पूछा
वाराणसी के अरविंद से पीएम मोदी ने पूछा कि मोमोज कैसे बनाते हैं तो आगरा की प्रीति से पूछा कि फलों की दुकान कैसी चल रही
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 27 अक्टूबर 2020। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना’ के तहत उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों के साथ मंगलवार को वर्चुअल संवाद कर रहे हैं। पीएम मोदी ने लाभार्थियों से योजना के जरिए उनके जीवन में आए परिवर्तन के बारे में पूछा। पीएम मोदी ने दिलचस्प अंदाज में लाभार्थियों से सवाल-जवाब किए। इस दौरान वाराणसी के अरविंद से पीएम मोदी ने पूछा कि मोमोज कैसे बनाते हैं तो आगरा की प्रीति से पूछा कि फलों की दुकान सही चल रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले आगरा की प्रीति से बात की। प्रीति ने पीएम मोदी को बताया कि लॉकडाउन में उन्हें काफी परेशानी हुई थी, इस बीच उनको नगर निगम के जरिए मदद मिली और फिर उन्होंने काम को शुरू कर दिया। पीएम मोदी ने प्रीति से नवरात्रि में फलों की बिक्री को लेकर पूछा तो उन्होंने बताया कि बिक्री अधिक हुई, साथ ही उन्होंने डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया। इस दौरान प्रीति ने ग्राहकों से डिजिटल ट्रांजैक्शन के तहत मिले पैसे का पता लगाने का तरीका बताया। इस पर पीएम ने उनकी तारीफ की।
एक जून को शुरू हुई थी यह योजना
प्रवक्ता ने बताया कि केंद्र सरकार ने कोविड–19 से प्रभावित हुए पटरी दुकानदारों और फेरीवालों को अपनी आजीविका को फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए पिछली एक जून को ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना’ शुरू की थी। उन्होंने बताया कि ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना’ की सभी तीनों श्रेणियों आवेदन, स्वीकृति और ऋण वितरण में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है।
यूपी में 7.78 लाख से अधिक विक्रेताओं की पहचान
इस योजना का लाभ उठाने के लिए उत्तर प्रदेश में 6.40 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडर ने ऋण के लिये आवेदन किए। इनमें से 3,62,785 से अधिक आवेदनों के लिए ऋण स्वीकृत भी कर लिया गया है। शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने बताया कि राज्य के 651 शहरी स्थानीय निकायों में 3,050 पंजीकृत वेंडिंग जोन हैं और इन क्षेत्रों में, 7.78 लाख से अधिक विक्रेताओं की पहचान कर ली गई है।
4,70,923 विक्रेताओं को प्रमाण पत्र जारी
यूपी में 6.68 लाख से अधिक पंजीकृत विक्रेता हैं, सरकार ने 4,70,923 विक्रेताओं को प्रमाण पत्र भी जारी कर दिये हैं। इन विक्रेताओं को 4.77 लाख से अधिक कार्ड जारी किए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने व्यवसाय को बिना किसी परेशानी के चला सकें।