छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 12 जुलाई 2023। एशिया कप और वर्ल्ड कप को लेकर पिछले कुछ समय से पाकिस्तान का ड्रामा जारी है। एशिया कप टूर्नामेंट हाईब्रिड मॉडल पर तय होने के बावजूद पाकिस्तान इस पर बखेड़ा खड़ा करने की कोशिश में जुटा हुआ है। वहां के खेल मंत्री अहसान मजारी ने कहा था कि वह फिर से इस टूर्नामेंट के लिए भारत के पाकिस्तान नहीं आने का विरोध करेंगे और टीम इंडिया यहां नहीं आती है तो पाकिस्तान की टीम भी वर्ल्ड कप के लिए किसी तटस्थ स्थान पर अपने मैच की मांग करेगी। पाकिस्तान की गीदड़भभकी के बीच आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल का बड़ा बयान आया है। उन्होंने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। धूमल ने कहा है कि कुछ भी हो जाए, लेकिन टीम इंडिया पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी।
एशिया कप का शेड्यूल तय, हाईब्रिड मॉडल पर ही टूर्नामेंट
धूमल फिलहाल आईसीसी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक (सीईसी) के लिए डरबन में हैं। उन्होंने पुष्टि की कि बीसीसीआई सचिव जय शाह और पीसीबी प्रतिनिधि प्रमुख जका अशरफ ने कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार को होने वाली आईसीसी बोर्ड बैठक से पहले मुलाकात की। धूमल ने कहा- बीसीसीआई सचिव ने पीसीबी प्रमुख जका अशरफ से मुलाकात की और एशिया कप के शेड्यूल को अंतिम रूप दिया गया। जैसा की पहले इस टूर्नामेंट को लेकर चर्चा की गई थी, बात उसी पर जारी है। पाकिस्तान में लीग राउंड के चार मैच होंगे, जबकि श्रीलंका में नौ मैच खेले जाएंगे। इनमें भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों मैच शामिल हैं। यदि दोनों टीमें फाइनल खेलती हैं तो तीसरा गेम भी श्रीलंका में ही खेला जाएगा।
पाकिस्तान अपनी जमीन पर खेलेगा सिर्फ एक मैच
उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से आ रही उन खबरों को खारिज कर दिया कि भारत पड़ोसी देश की यात्रा करेगा जैसा कि उनके खेल मंत्री अहसान मजारी दावा कर रहे थे। धूमल ने कहा, “ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई। सारी रिपोर्ट्स फर्जी हैं। न तो भारत पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है और न ही हमारे सचिव वहां की यात्रा करेंगे। केवल कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया है।” पूरी संभावना है कि भारत 2010 संस्करण की तरह ही श्रीलंका के दांबुला में पाकिस्तान से खेलेगा। पाकिस्तान का अपने देश में एकमात्र घरेलू मैच कमजोर नेपाल के खिलाफ होगा। वहां खेले जाने वाले अन्य तीन मैच अफगानिस्तान बनाम बांग्लादेश, बांग्लादेश बनाम श्रीलंका और श्रीलंका बनाम अफगानिस्तान हो सकते हैं।
पिछले साल से पाकिस्तान का ड्रामा जारी
दरअसल, पिछले साल से एशिया कप के वेन्यू को लेकर विवाद चल रहा है। एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष जय शाह के टूर्नामेंट को किसी तटस्थ स्थान पर कराने के एलान के बाद से पीसीबी का ड्रामा जारी है। पीसीबी के पूर्व चीफ रमीज राजा ने टूर्नामेंट पाकिस्तान में नहीं कराने पर विरोध जताया था और वर्ल्ड कप के लिए भारत न आने की धमकी दी थी। फिर नजम सेठी पीसीबी के अंतरिम अध्यक्ष बने। उन्होंने भी यही धमकी दी। हालांकि, बाद में कई बैठकों के बाद टूर्नामेंट को हाईब्रिड मॉडल पर कराने का फैसला लिया गया। जिसमें चार मैच पाकिस्तान, जबकि सुपर-फोर और फाइनल समेत बाकी सभी मैच श्रीलंका में कराने पर फैसला लिया गया।
वर्ल्ड कप शेड्यूल पर भी पाकिस्तान ने जताई थी आपत्ति
इसके बाद पीसीबी में फिर से अध्यक्ष बदला गया। नजम सेठी ने अपना पद छोड़ दिया। हालांकि, अभी पीसीबी के नए अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई है और जका अशरफ का चुना जाना तय है। इस बीच आईसीसी ने पाकिस्तान की हामी के बाद वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी किया। शेड्यूल जारी होते ही पाकिस्तान ने दो मैचों के वेन्यू को लेकर विवाद किया। इनमें अफगानिस्तान के खिलाफ चेन्नई के चेपक में और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु के चिन्नास्वामी में मैच शामिल है। हालांकि, आईसीसी ने पीसीबी की मांग को ठुकरा दिया। फिर पाकिस्तान ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाई लेवल कमेटी का गठन किया। इस कमेठी में पीसीबी का कोई अधिकारी शामिल नहीं किया गया। सिर्फ राजनेताओं को इसमें रखा गया, जिस पर वहीं के पूर्व क्रिकेटर्स ने निशाना साधा।