छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 08 जुलाई 2023। बिलासपुर में तीन मंजिला भवन शनिवार की सुबह ढह गया है। हादसे में जन हानि की खबर नहीं है। जिस जगह पर भवन है, वहीं पर नगर निगम खुदाई करके नाली निर्माण करा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि, नगर निगम की इसी लापरवाही से बिल्डिंग गिरी है। स्थानीय व्यापारी जमकर हंगामा कर रहे हैं। मलबा हटाने से बचाव दल को रोक दिया गया है, मुआवजा देने के बाद ही काम शुरू करने की मांग की गई है। शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम 50 करोड़ रुपए की लागत से नालियों का निर्माण करा रहा है। लेकिन, इसकी प्लानिंग में मनमानी के चलते मानसून शुरू होने के बाद भी काम अधूरा है। जगह-जगह सड़कों व गलियों में खुदाई कर दी गई है। जबकि, यह पूरा काम मानसून से पहले हो जाना चाहिए था।
भरभरा कर गिर गई बिल्डिंग
मंगला चौक के रिंग रोड 2 में खुदाई करके नाली बनाने का काम चल रहा है। यहां रानी सती गेट के बाजू में भी नाली बनाने के लिए खुदाई की गई है। जिसके चलते वहां बना तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स शनिवार की सुबह भरभरा कर गिर गया। जिसके बाद अब स्थानीय व्यापारियों ने हंगामा शुरू कर दिया है, और मुआवजे की मांग की गई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि, निगम लापरवाही पूर्वक निमार्ण कार्य करा रहा है। जिसका बड़ा खामियाजा एक घर गिरने के रूप में मिला है। लोगों का कहना है कि नाला निर्माण के चलते घर का बेस कमजोर हुआ है, जिसके चलते बड़ी घटना घटी है। दुकान मालिक विशाल गुप्ता ने बताया कि, लापरवाही पूर्वक नाले के लिए खुदाई की गई, जिसकी जानकारी उन्होंने अधिकारियों को दी थी, लेकिन उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया गया।
मौके पर TI समेत बचाव दल पहुंचा
इस हादसे की खबर मिलते ही सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी अपनी टीम के साथ पहुंच गए हैं। उन्होंने हादसे की जानकारी आला अधिकारियों को दी, जिसके बाद नगर सेना की आपदा प्रबंधन टीम के साथ ही नगर निगम के अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी यानी बिलासपुर में इन दिनों जल भराव की समस्या से राहत दिलाने के लिए नगर निगम इस बार 50 करोड़ रुपए की लागत से अलग-अलग जगहों पर नाली का निर्माण करा रहा है। लेकिन, बरसात के बीच चल रहे निर्माण कार्यों से गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा है।