
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 22 अप्रैल 2023। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसद के तौर पर मिला अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया है। उनके इस कदम की कांग्रेस नेता शशि थरूर ने तारीफ की है। थरूर ने कहा कि राहुल का ये कदम अनुकरणीय है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में दोषी करार देते हुए कोर्ट ने उन्हें लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य करार दिया था। सदस्यता जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगले भी खाली करने को कहा गया, जिसकी आखिरी तारीख 22 अप्रैल थी। इसी आदेश को मानते हुए राहुल गांधी ने 22 अप्रैल शनिवार को 12, तुगलक लेन स्थित अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया। फिलहाल वो अपनी मां सोनिया गांधी के साथ रह रहे हैं और नए आवास की तलाश में है।
राहुल शनिवार को सार्वजनिक अवकाश होने की वजह से लोकसभा सचिवालय में अपनी चाबियां नहीं सौंप पाए। इससे पहले शुक्रवार को वह बंगले से अपना सामान शिफ्ट करते हुए भी दिखे थे। राहुल गांधी के सरकारी बंगला खाली करने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट पर लिखा- “राहुल गांधी ने लोकसभा के आदेश पर तुगलक लेन में स्थित अपने सरकारी बंगले को खाली कर चुके हैं। अदालत ने उन्हें अपील के लिए 30 दिन का समय दिया था। एचसी या एसीसी उन्हें पुनः बहाल कर सकती है, लेकिन उनका बंगला छोड़ने का निर्णय, नियमों के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।
लोकसभा सचिवालय को लिखे अपने पत्र में बंगला खाली पर राहुल गांधी सहमति जताते हुए लिखा- “पिछले चार बार से लोकसभा के निर्वाचित सदस्य के तौर पर यहां बिताए अपने समय की सुखद यादों के लिए एहसानमंद हूं। अपने अधिकारों के प्रति पक्षपात के बिना मैं निश्चित रूप से आपके पत्र किए विवरण का पालन करूंगा। बता दें कि राहुल गांधी केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र के सांसद रह चुके हैं। सुरत कोर्ट ने 23 मार्च को उन्हें मानहानि मामले पर दो साल की सजा सुनाई थी और उनकी लोक सभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी। उन्होंने कोर्ट के फैसले को चुनौती भी दी लेकिन कोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था।

मां सोनिया गांधी के सरकारी आवास दस जनपथ में रहेंगे
राहुल गांधी मां सोनिया गांधी के सरकारी आवास दस जनपथ में रहेंगे। मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पिछले महीने लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को 12, तुगलक लेन स्थित अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया। राहुल गांधी ने 14 अप्रैल को अपने कार्यालय और कुछ निजी सामान को बंगले से अपनी मां सोनिया गांधी के आधिकारिक आवास में शिफ्ट कर दिया था।