छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 09 अप्रैल 2023। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जेलों में निगरानी बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में जेल में तैनात किए गए पांच आइपीएस अधिकारियों को चित्रकूट व बांदा समेत 10 जेलों का निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ताकि चित्रकूट व बरेली जेलों में सेंधमारी की घटनाओं और कुख्यातोंं पर नकेल कसी जाए। उनकी निगरानी के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। माफिया मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं। जिसके चलते बांदा जेल को सर्वाधिक संवेदनशील जेलों में एक माना जा रहा है।
जेलों में अपराधियों को सुविधाएं मिलने पर योगी सख्त
यूपी में पिछले काफी समय से जेलों में अपराधियों को सुख सुविधाएं मिलने के कई मामले सामने आए हैं। जिसके बाद कारागार प्रशासन पर बड़े सवाल उठे थे। इसकी बड़ी उदाहरण माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी व बरेली जेल में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को सुविधाएं दिए जाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसी घटनाओं पर बेहद सख्त हैं। सीएम के निर्देश पर दोषी जेल अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। योगी के निर्देश पर ही कारागार विभाग में एसपी स्तर के पांच आइपीएस अधिकारियों की तैनाती की गई है।
आईपीएस अधिकारियों से मांगी 10 दिनों में निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट
इसी कड़ी में डीजी जेल एसएन साबत ने आइपीएस अधिकारियों से 10 दिनों में निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्हें स्थानीय प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों से भी फीड बैक लेने के निर्देश दिए गए हैं। डीजी जेल ने बीते दिनों कारागार विभाग में तैनात किए गए एसपी शिवहरि मीना को जिला जेल नैनी व चित्रकूट, सुभाष चन्द्र शाक्य को जिला जेल जौनपुर व आजमगढ़, हिमांशु कुमार को केंद्रीय व जिला जेल वाराणसी तथा जिला जेल सोनभद्र, राजेश कुमार श्रीवास्तव को जिला जेल बलिया व मऊ तथा हेमंत कुटियाल को जिला जेल फतेहपुर व बांदा के निरीक्षण का जिम्मा सौंपा है।
वहीं, पांच आइपीएस अधिकारी 12 अप्रैल तक जेलों का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट कारागार मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे। जबकि 10 दिनों में विस्तृत रिपोर्ट देंगे। डीजी जेल ने जेलों के निरीक्षण के दौरान भीतर की कार्यप्रणाली के साथ संभावित अनियमितताओं, अवांछित गतिविधियों व अन्य गड़बड़ी की संभावनाओं का विश्लेषण भी करेंगे।