छत्तीसगढ़ रिपोर्टर / मो.साजिद खान
एमसीबी (सरगुजा) — बीते शुक्रवार को मनेन्द्रगढ़ में हुई प्रेसवार्ता में एमसीबी भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी ने कहा कि चुनावी बजट है। छत्तीसगढ़ की यह सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की जनता के साथ छलावा कर रही है। छलावे का बजट , धोखे का बजट प्रस्तुत करके उन्होने बता दिया कि उनको राज्य के विकास से , जन कल्याण के विकास से कोई लेना देना नही है। केवल चुनावी राजनीति करना जानते हैं। बस क्षेत्र की जनता और राज्य की जनता को ठगना जानते हैं।
मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि सर्वहारा वर्ग में बहुत आकांक्षा थी लेकिन सरकार ने चार वर्ष में जितने वायदे किए थे। वह पूरे नही कर पाए। छत्तीसगढ़ की जनता उम्मीद कर रही थी कि बजट मील का पत्थर साबित होगा। सरकार बनने से पहले इन्होने जो वायदे किए थे। उनमें से किसी भी वायदे को पूरा नही किया। सरकार बजट के माध्यम से जनता को धोखा देने का काम किया है। नरवा , गरूआ, घुरूआ , बाडी , इस सरकार का चलाया गया मेन कान्सेप्ट था। आश्चर्य की बात है कि इस बजट में इस विषय पर एक शब्द नही कहा गया। इस बजट के माध्यम से यह प्रतीत होता है कि एकदम कोरा झूठ था। असफल बजट था। इनके बजट में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की कोई बात नही कही गई। इनके बजट में नशा मुक्ति की कोई बात नही कही गई। ये शराब बंदी की बात पिछले पांच से कहते आ रहे थे ऐसा लग रहा था कि शराब बंदी की तरफ बढेंगे लेकिन छह महिने भी इनको बरदास्त नही और शराब की बिक्री किए बिना यह सरकार चल नही सकती। इसलिए शराब बंदी के ऊपर इन्होने कोई प्रोग्राम नही किया। कर्मचारी और अधिकारी वर्ग के विषय में कोई प्रावधान नही किया गया है। आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय तो बढाया गया परंतू विगत साढ़े चार साल से वायदे के मुताबिक उनका लगभग देढ लाख से ऊपर की राशि बनेगी उस बारे से कोई बातचीत नही की गई। गोठानों में सदस्य और अध्यक्ष का मानदेय देकर एक राजनीतिक लूट करने का प्रयास है। इस बजट में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की कोई बात नही है। हमारे समय में बजट दोगुना होता था। एक साल में बढते जाता था। परंतू इनके बजट में महज नौ प्रतिशत बढकर आया है। चुनावी वर्ष में इससे बड़ा धोखे वाला बजट हो ही नही सकता।
भरतपुर-सोनहत विधानसभा की पूर्व विधायक चंपादेवी पावले ने कहा कि यह बजट जनहित का नही है। महिलाओं का कोई ध्यान नही रखा गया है। स्व सहायता समूह की महिलाओं के कर्ज माफ करने के घोषणा किए थे। जो इनके बजट में कहीं नही दर्शाया गया है। स्व सहायता समूह की बहने अपने को ठगा महसूस कर रही हैं। छत्तीसगढ़ की संस्कति और सभ्यता के लिए बजट में अलग से कोई प्रावधान नही है। महिलाएं उम्मीद से बैठी थी कि इस बजट में शराब बंदी होगी लेकिन वह नही हुआ तो इस बजट से निराशा है।
नरवा, गुरूआ, घुरूआ, बाडी के विषय में सवाल पूछने पर पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के जिस ड्रीम थीम के साथ इन्होने इसको लांच किया था लेकिन पूरे छत्तीसगढ़ में इनके गोठान गाय नही है। गोठान भ्रष्टाचार का अड्डा बन कर रह गया है। उसमें केंद्र की मनरेगा राशि का उपयोग हुआ है। गोठान समिती में कांग्रेसी सदस्य और अध्यक्ष रखकर मानदेय बांटने का कार्य कर रहे हैं। यह योजना ही फेल है। छत्तीसगढ़ में एक भी किसी गोठान से ग्रामीण या आम जनता को लाभ नही हुआ।
जिला बनाने के लिए सरकार का धन्यवाद देते हुए उन्होने ने कहा कि कई काम हमने कराया पत्थरों पर लोकार्पण उन्होने कर दिया। परसगढी में औद्योगिक पार्क हमारे कार्यकाल के बजट में आया और चालू हुआ। आधा काम हमारे समय में होने के बावजूद इसका आबंटन नही हो पाया। सिर्फ उसका पत्थरों में नाम है। मनेन्द्रगढ़ से गांवों को जोडने वाली सडकें हो, पुल पुलिया हो , चाहे वह छ्पछिपी भौंता, नारायणपुर की सडके हों, लगभग ३०० करोड़ रूपये का कार्य हमारे कार्यकाल में हमने कराया। आज सिर्फ लोकार्पण हुआ पत्थरों पे नाम हुआ है। मनेन्द्रगढ़ से साजा पहाड़ मार्ग में पहले सिंगल लाइन फिर डबल लाइन हमने ही बनवाया। ये अपने कार्यकाल मे पांच रूपए का गिटटी नही लगा पाए। हमने चिरिमिरी मे लाईवलीहुड कालेज खुलवाए उन्होने उसको आत्मानंद स्कूल बना दिया।
पूर्व विधायक ने कहा कि ये वही छत्तीसगढ़ है जहां पहले लोग चिरौंजी के बदले नमक खरीदते थे। ये वही छत्तीसगढ़ है जहां लोग आधा पेट कनकी खाकर सोते थे। लेकिन हमारी सरकार ने सबका साथ सबका विकास करके अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का कार्य किया। और ये लोग गरीबों का आशियाना लूटने का कार्य किए। छत्तीसगढ़ के सोलह लाख लोगों को मकान देने का कार्य नही किया गया। इसलिए नही किया गया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री आवास योजना है।
छत्तीसगढ़ में जनता के कनकी खाने के वाली बात पर सवाल किया गया कि अब तो किसान अनाज रख भी रहा है और समर्थन मूल्य पर बेच भी रहा है तो पूर्व विधायक ने कहा कि किसान का उत्पादकता दर तीन कारणों से बढा है। जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी उससे पहले अटल जी की सरकार जब थी तो उन्होने रासायनिक खाद में सबसीडी दो सौ प्रतिशत देना चालू किया था और जब छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनी तो जीरो प्रतिशत दर केसीसी मुहैय्या कराया गया। बत्तीस साख ऐसे किसान है जिनके किसान क्रेडिट कार्ड हैं। धान की खरीदी और विपणन की व्यवस्था भाजपा की डा. रमन सिंह की सरकार ने ही चालू किया। वर्ष 2018 में हमारी सरकार ने भी दो लाख मिट्रिक टन धान की खरीदी की थी और वर्ष 2005 में हमारी सरकार के समय बारह हजार मिट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। हमने तो पंद्रह साल में धान की खरीदी को छह गुना बढाया था। ये लोग तो पांच साल में देढा (देढ गुना) किए हैं। तो ऐसा नही है बल्कि निरंतर उत्पादकता बढती रहती है।
इनकी जिलाध्यक्षी कार्यकाल में आप (श्याम बिहारी जायसवाल) मजबूत दावेदार रहेंगे। इस सवाल पर उन्होने कहा कि भाजपा में व्यक्ति का कोई वजूद नही होता है। संगठन का कार्य होता है। हमारा एक एक कार्यकर्ता मजबूत दावेदार हो सकता है और मजबूत दावेदार है। इस बार हम छत्तीसगढ़ में मजबूत और स्पष्ट सरकार बनाएंगे और जिले की दोनो सीट को जीत कर लाएंगे।
वर्तमान मनेन्द्रगढ़ विधायक के द्वारा अपनी एक प्रेसवार्ता में लगाए गए आरोप पर पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि जिले के दोनो विधायक हैं सिर्फ भूमिपूजन , झूठावादा , झूठी बातें करना , आरोप प्रत्यारोप लगाने के अलावा इनके पास कोई काम नही है। ये केवल घूम घूमकर विपक्ष की बुराई करते हैं। केवल झूठा वादा करना इनका काम रह गया है। ये जानते हैं कि इनकी वापसी नही होगी। इसलिए सोंच रहे हैं कि किसी प्रकार स्टैंड हो जाएं।
इस प्रेसवार्ता में मीडिया प्रभारी संजय गुप्ता उपस्थित रहे।