छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जम्मू-कश्मीर 21 अप्रैल 2023। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में बृहस्पतिवार को हुए एक आतंकवादी हमले में पांच जवानों के शहीद होने के बाद बाटा-डोरिया क्षेत्र के एक घने जंगल में सुरक्षा बलों ने एक बड़ा तलाश अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके को घेर लिया गया है और आतंकवादियों को खोजने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है तथा नियंत्रण रेखा के पास कड़ी सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि आतंकवादी हमले के बाद भीम्बर गली-पुंछ मार्ग पर यातायात रोक दिया गया है और लोगों को मेंढर के रास्ते पुंछ जाने की सलाह दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) जांच के तहत घटनास्थल का दौरा करेगा। सेना ने बताया कि पुंछ में बृहस्पतिवार को एक आतंकवादी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। सेना ने एक बयान में कहा है कि हमले में शहीद हुए जवान राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के थे और उन्हें इलाके में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात किया गया था। सेना ने कहा कि जिस वाहन में जवान यात्रा कर रहे थे, वह अज्ञात आतंकवादियों के हमले की चपेट में आ गया और संभवत: ग्रेनेड की चपेट में आने के कारण उसमें आग लग गई। शहीद हुए जवानों की पहचान हवलदार मंदीप सिंह, लांसनायक देबाशीश बस्वाल, लांसनायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह के रूप में की गई है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि वह बहादुर सैनिकों की शहादत से दुखी हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राष्ट्र के लिए उनकी सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस हमले की निंदा की। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जम्मू शहर में तवी पुल पर विरोध-प्रदर्शन किया और पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए।
वहीं, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और भारतीय सेना के सभी रैंकों ने गुरुवार को शहीद हुए पांच जवानों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया। “जनरल मनोज पांडे #COAS और #IndianArmy के सभी रैंकों ने बहादुरों, हवलदार मनदीप सिंह, एल/एनके देबाशीष बसवाल, एल/एनके कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को सेल्यूट किया जिन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया।