छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 21 अक्टूबर 2022। बिलासपुर के जंगल में एक बार फिर करंट लगाकर आठ जंगली सुअरों को मार दिया गया। मामला सामने आने के बाद वन विभाग की टीम ने सुअर और उसके मांस को जब्त किया है। वहीं, जंगल में करंट लगाने वाले छह ग्रामीणों को गिरफ्तार कर वन्य प्राणी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में दो शिकार फरार बताए जा रहे हैं। मामला सीपत थाना क्षेत्र के सीपत वन सर्किल का है।
जानकारी के अनुसार सीपत वन परिक्षेत्र में आए दिन जंगली सुअरों के साथ ही चीतल और तेंदुए का शिकार होता है। इसी सर्किल से लगा हुआ ठरकपुर गांव है, जहां खेतों में फसल लगाए गए हैं। बुधवार की रात ग्रामीणों ने यहां जंगली सुअर मारने के लिए करंट बिछाया था। इस दौरान एक साथ आठ सुअर करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई।
सुअरों को उठाकर ले गए ग्रामीण और काटने लगे मांस
जंगली सुअरों की करंट से मौत होने के बाद तड़के ग्रामीण वहां पहुंचे और बिजली तार से करंट डिस्कनेक्ट कर सुअरों को उठाकर ले गए। ग्रामीण सुअरों के मांस को काट रहे थे। गांव वालों ने इसकी जानकारी वन विभाग की टीम को दे दी। खबर मिलते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर दबिश दी, जहां उन्होंने आधा दर्जन ग्रामीणों को दबोच लिया।
प्लाट मालिक बोला- फसल बचाने के लिए लगाया था करंट
वन विभाग की टीम ने पूछताछ कर जानकारी जुटाई, तब पता चला कि नागेश्वर पटेल के प्लॉट में करंट लगाया गया था। टीम ने उसे पकड़कर पूछताछ की, तब प्लॉट में काम करने वाले इतवार सिंह का नाम सामने आया। पूछताछ में यह भी पता चला कि जंगली सुअरों को इतवार सिंह के साथ ही नारायण सिंह, बाबू लाल पटेल, गैतराम धनवार, लक्ष्मण धनवार व प्लॉट का मालिक नागेश्वर पटेल एक मकान में ले गए और उन्हें काट रहे थे। इस दौरान प्लॉट मालिक नागेश्वर ने बताया कि जंगली सुअर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे थे, जिसकी सुरक्षा के लिए उसने करंट लगाया था।
170 किलो मांस और पांच सुअर बरामद
सभी ग्रामीण सूअरों को काटकर मांस को इकट्टा कर रहे थे। पकड़े गए ग्रामीणों ने तीन जंगली सुअरों को काटकर 70 किलो मांस निकाल लिए थे। मौके पर पांच मृत जंगली सुअर मिले। उनके पास से टंगिया, चापड़ और करंट लगाने के लिए रखे 100 मीटर जीआई तार भी बरामद किया गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
दो ग्रामीण हो गए फरार, तलाश में जुटी टीम
पकड़े गए ग्रामीणों से पूछताछ में यह भी पता चला कि उनके साथ दो अन्य ग्रामीण भी थे, जिन्हें वन विभाग की टीम के आने की भनक लग गई और दोनों फरार हो गए। टीम ने उनकी जानकारी जुटा ली है और दोनों फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।