छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 27 जुलाई 2022 । छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था का विरोध जताया, इस दौरान करीब 800 से अधिक कार्यकर्ता राजधानी में मोजूद थे।
विधानसभा भवन का घेराव करने की कोशिश को नाकाम
मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक जब कार्यकर्ताओं ने राज्य विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया। बता दें कि राज्य विधानसभा का मानसून सत्र अभी चल रहा है। यहां लोधी पारा चौक परिसर में तैनात भारी पुलिस दल ने विधानसभा भवन का घेराव करने की कोशिश को नाकाम कर दिया।
रायपुर के अपर पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने कहा कि विधायक बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत सहित वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कई भाजपा कार्यकर्ताओं को लोधी पारा चौक पर पुलिस कर्मियों ने आगे बढ़ने से रोका, जहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे।
800 भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया
उन्होंने कहा कि इसके वरिष्ठ नेताओं सहित लगभग 800 भाजपा कार्यकर्ताओं को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया और बाद में बिना शर्त रिहा कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों के बारे में बात करते हुए विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति “पूरी तरह से ध्वस्त” हो गई है और राजधानी में छुरा घोंपने की घटनाओं का हवाला देते हुए रायपुर ‘चाकूपुर’ में बदल रहा है।
साथ ही विधायक अग्रवाल ने आरोप लगाया कि रोजगार मुहैया कराने के बजाय ”युवाओं को नशीला पदार्थ परोसा जा रहा है” और राज्य में बलात्कार, लूट और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
भाजपा के सभी पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया
भाजपा ने कहा कि हजारों महिलाओं और युवाओं ने स्वेच्छा से भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा विरोध में हिस्सा लिया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एक विज्ञप्ति में कहा गया कि विरोध के दौरान रायपुर से भाजपा के सभी पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में विधानसभा में बोलते हुए विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने दावा किया कि उन्हें सदन में आने से रोका गया और कुछ समय के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। भाजपा विधायक ने कहा कि जब सत्र चल रहा हो तो विधायकों को विधानसभा में आने से रोकना विशेषाधिकार की बात है।