छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 24 अप्रैल 2022। पंजाब में जुगाड़ वाहनों पर रोक लगा दी गई है। पुलिस प्रशासन ने शनिवार को सभी जिलों में ट्रैफिक विंग को निर्देश दिए हैं कि जुगाड़ वाहन अगर सड़कों पर उतरते हैं तो उन्हें जब्त कर लिया जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर सरकारी समारोहों में पानी की प्लास्टिक बोतलों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही समारोहों के दौरान मंत्री को गुलदस्ते या पुष्पगुच्छ देने पर भी रोक लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित इससे पहले ही पंजाब राजभवन में उनसे मिलने आने वालों द्वारा गुलदस्ते भेंट करने पर रोक लगा चुके हैं। गौरतलब है कि पुराने दोपहिया वाहनों का इंजन इस्तेमाल करके बनाए गए जुगाड़ वाहनों की न तो कोई रजिस्ट्रेशन होती है, न ही इनपर कोई नंबर प्लेट है। ऐसे जुगाड़ वाहनों का इस्तेमाल सामान ढोने के लिए किया जाता है, जिसे चलाने वालों के पास कोई ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता। ये वाहन सड़कों पर बड़े हादसों का कारण बनते रहे हैं। हादसे की स्थिति में भी पुलिस के लिए ऐसे जुगाड़ वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर पाना कठिन होता है, क्योंकि इन वाहनों का संबंधित क्षेत्र के आरएलए में कोई रिकॉर्ड नहीं होता। राज्य की सड़कों पर दौड़ रहे जुगाड़ वाहनों की समीक्षा करने के बाद राज्य पुलिस ने इन वाहनों पर रोक लगाने का फैसला किया है।
एडीजीपी (ट्रैफिक) ने सभी जिलों के एसएसपी को निर्देश जारी किए हैं कि सड़कों पर जुगाड़ वाहनों को न चलने दिया जाए। ऐसे वाहनों को तुरंत जब्त कर लिया जाए। निर्देश में कहा गया है कि ऐसा देखा गया है कि पुराने दोपहिया वाहनों को कबाड़ से खरीदने के बाद कुछ लोग इन्हें मोडिफाई करके तिपहिया रिक्शा की शक्ल दे रहे हैं। इनका इस्तेमाल सामान ढोने, यहां तक कि सीमेंट, रेत व बजरी ढोने के लिए किया जा रहा है। कुछ ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में तो इन जुगाड़ वाहनों का उपयोग सवारियां ढोने के लिए भी हो रहा है।
उधर, पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को एक एडवाइजरी जारी कर विभाग के सरकारी समारोहों में पानी की प्लास्टिक बोतलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही समारोहों के दौरान फूलों के गुलदस्ते-पुष्पगुच्छ आदि देने पर भी रोक लगा दी है। निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से आदेश के अनुसार सेहत विभाग के आधिकारिक समारोहों के दौरान प्लास्टिक की बोतलों में पैक पानी का उपयोग नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा सेहत मंत्री जहां भी जाएंगे, उन्हें गुलदस्ता आदि भेंट नहीं किया जाएगा। विभाग ने इस फैसले को पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अच्छी पहल करार दिया है। इसके साथ ही पंजाब के सभी सिविल सर्जनों को इस बाबत लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। प्रदेश में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए विभाग ने आम लोगों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है कि वह दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक कम से कम अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें।