छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
ईंटानगर 21 अक्टूबर 2021। अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन को मुहंतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के उबड़-खाबड़ जलवायु परिस्थितियों और इलाकों में भारतीय सेना के जवान आक्रमक ट्रेनिंग और जोरदार अभ्यास करने में जुटे हुए हैं। चीन को करारा जवाब देने के लिए लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा तक भारतीय जवानों का पहरा है। जवान जमकर यहां पसीना बहा रहे हैं। चीन की हर एक गतिविधि पर भारत नजर बनाए हुए हैं।
चीन से किसी भी खतरे से निपटने के लिए भारतीय सेना के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास तवांग सेक्टर में एक अभ्यास का प्रदर्शन किया। प्रशिक्षण के दौरान जवानों का एक वीडियो वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में सुना जा रहा है कि, जिसमें मारो या मारो का नारा लगा रहे हैं। भारतीय सेना के जवानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तवांग क्षेत्र में दुश्मन के टैंकों को नष्ट करने के लिए युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन किया अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की चुनौती से निपटने के लिए सेना ने चौकसी बढ़ा दी है। संवेदनशील अग्रिम चौकियों पर एम 777 होवित्जर और स्वीडन की बोफोर्स तोपों के अलावा उन्नत एल 70 एंटी एयरक्राफ्ट तोपों को भी मोर्चे पर तैनात कर दिया गया है। ये तोपें चीन के लड़ाकू विमानों को चित करने में सक्षम हैं।
तवांग क्षेत्र में दुश्मन के टैंकों को नष्ट करने के लिए युद्ध अभ्यास
भारतीय सेना के जवानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तवांग क्षेत्र में दुश्मन के टैंकों को नष्ट करने के लिए युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन किया। पिछले साल पांच मई को पूर्वी लद्दाख सीमा के पैंगोंग झील क्षेत्रों में भारत चीनी सैनिक आमने सामने आ गए थे। मतभेद की वजह हिंसक झड़पों में भारतीय जवान शरीद हो गए थे, वहीं, बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों के साथ-साथ भारी हथियारों को लेकर अपनी तैनाती बढ़ा दी थी।