छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 मार्च 2022। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बातचीत के दौरान पीएम मोदी जेलेंस्की और पुतिन के सामने भारतीय छात्रों की सुरक्षा और युद्ध को टालने जैसे मुद्दों को रखेंगे। बता दें कि इससे पहले 26 फरवरी को भी युद्ध संकट को लेकर जेलेंस्की और पीएम मोदी के बीच बातचीत हुई थी। जेलेंस्की ने इस दौरान भारत के राजनीतिक समर्थन की मांग की थी। उस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को यूक्रेन में जारी संघर्ष की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी। प्रधानमंत्री ने जारी संघर्ष के कारण जान-माल के नुकसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की थी। पीएम मोदी हिंसा की तत्काल समाप्ति और बातचीत के लिए अपने आह्वान को दोहराया और शांति प्रयासों के लिए हर तरह से योगदान करने की भारत की इच्छा व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में मौजूद छात्रों सहित भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए भारत की गहरी चिंता से भी उन्हें (यूक्रेन के राष्ट्रपति) अवगत कराया। उन्होंने भारतीय नागरिकों को तेजी से सुरक्षित निकालने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों द्वारा सुविधा प्रदान करने की मांग भी की।
इससे पहले भी पीएम मोदी ने पुतिन से की थी बात
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने दो मार्च को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा की थी। इस दौरान विशेष रूप से खारकीव में फंसे भारतीय छात्रों की स्थिति पर भी बात हुई। दोनों के बीच संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा हुई थी।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ मतदान से भारत दूर रहा लेकिन
रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के बीच भारत का रुख स्पष्ट है। भारत ने यूक्रेन में चल रही जंग को लेकर चिंता तो जताई है लेकिन संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ मतदान करने से परहेज किया है। पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से शांति प्रयासों की दिशा में किसी भी तरह का योगदान करने की बात कही। मोदी ने युद्ध पर गहरी पीड़ा जाहिर की और हिंसा की तत्काल समाप्ति के लिए अपील की।
हाई-लेवल ऑफिसर्स के साथ मोदी ने कीं कई बैठकें
युद्ध छिड़ने के बाद से पीएम मोदी ने निकासी अभियान की प्रगति और रूस-यूक्रेन संकट की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई-लेवल ऑफिसर्स के साथ कई बैठकें कीं। पिछले एक हफ्ते में ऑपरेशन गंगा के तहत 10,000 से अधिक भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकाला गया है। खार्किव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन के शेष क्षेत्रों से लगभग सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है।