छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 09 फरवरी 2022। कर्नाटक के स्कूल और कॉलेजों में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनकर आने पर चल रहे विवाद के बीच प्रियंका गांधी ने टिप्पणी की है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि चाहे बिकिनी हो या फिर घूंघट या फिर जीन्स, यह महिलाओं का अधिकार है कि वे क्या पहनना चाहती हैं। प्रियंका गांधी ने यूपी में कांग्रेस के लिए दिए अपने नारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का भी इसमें जिक्र किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह अधिकार भारत के संविधान की ओर से दिया गया है। महिलाओं का उत्पीड़न बंद करें। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘बिकिनी हो, घूंघट हो, जीन्स या फिर हिजाब। यह महिलाओं का अधिकार है कि वे क्या पहनना चाहती हैं। उन्हें यह अधिकार संविधान की ओर से दिया गया है। महिलाओं का उत्पीड़न बंद किया जाए।
इस बीच भाजपा ने हिजाब विवाद के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। कर्नाटक भाजपा ने ट्वीट कर कहा, ‘हम कहते रहे हैं कि हिजाब विवाद के जन्म के पीछे कांग्रेस का हाथ है। हाईकोर्ट में हिजाब के पक्ष में तर्क देने वाला एक वकील कांग्रेस का कानूनी प्रकोष्ठ का प्रतिनिधि है। क्या हमें यह कहने के लिए एक और उदाहरण की आवश्यकता है कि कांग्रेस इस दिशा में काम कर रही है।’ भाजपा के इस आरोप (हिजाब विवाद के पीछे कांग्रेस है क्योंकि उसके कानूनी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि अदालत में मामले में पक्ष रख रहे हैं) पर प्रतिक्रिया देते हुए वकील देवदत्त कामत ने कहा, ‘मैं सौभाग्य से एक स्वतंत्र देश में रहता हूं। एक वकील के रूप में, मैं किसी भी मामले में पेश होता हूं और बहस करता हूं जिसमें मुझे निर्देश दिया जाता है। कोई तीसरा पक्ष और कोई राजनीतिक दल मेरे इस चयन पर सवाल नहीं उठा सकता है!’
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने भी इस मामले में टिप्पणी है। उन्होंने कहा कि हम कर्नाटक में जो कुछ भी देख रहे हैं वह ज्ञान की तलाश के अलावा कुछ भी है। धर्म के नाम पर युवा लड़कियों को शिक्षा के बजाय हिजाब चुनने के लिए कहा जा रहा है। गौरतलब है कि हिजाब विवाद पर आज कर्नाटक हाई कोर्ट में दोपहर ढाई बजे सुनवाई होने वाली है। बता दें कि राज्य सरकार ने तीन दिनों के लिए स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। इसके अलावा सरकार ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
प्रियंका गांधी ने यह ट्वीट किया
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘बिकनी पहनें, घूंघट पहनें, जींस पहनें या फिर हिजाब, यह महिलाओं का अधिकार है कि वह क्या पहनें और यह अधिकार उसे भारत के संविधान से मिला है। भारत का संविधान उसे कुछ भी पहनने की गारंटी देता है। इसलिए महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करें।’
मलाला ने की अपील, तालिबान ने यह कहा
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला ने महिलाओं को पढ़ने से वंचित नहीं करने की अपील की है। उधर, अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने भी इस पर अपनी राय प्रकट की है। तालिबान का कहना है कि अफगानिस्तान में महिलाओं को पर्दे में रहना होगा।