छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोट्टायम 12 जनवरी 2022। केरल में बीते दिनों उजागर हुए पत्नियों की अदला-बदली के घिनौने व शर्मनाक खेल के खुलासे से नए सच सामने आने लगे हैं। इससे केरल में हड़कंप मच गया है। छह आरोपियों की गिरफ्तारी व उनकी हरकतों की जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। राज्य के कई हाईप्रोफाइल लोगों के भी इससे जुड़े होने का शक है। केरल पुलिस के अनुसार इस ‘ऑनलाइन सेक्स रिंग’ से 1000 से ज्यादा लोग जुड़े थे। यौन शोषण के इस धंधे में पैसों के लेन-देन की भी आशंका है। केरल पुलिस ने नौ जनवरी को इस गिरोह का राजफाश किया था। दरअसल एक पीड़ित महिला द्वारा अपने ही पति के खिलाफ की गई शिकायत पर यह मामला उजागर हुआ था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसका पति ही उसे ‘ग्रुप सेक्स’ के लिए बाध्य करता है और बीते साढ़े तीन सालों से वह इसी तरह पैसा कमा रहा है।
केरल के डीजीपी अनिल कांत खुद मामले की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने मातहत अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे पूरे राज्य में इस ‘सेक्स ट्रेड’ की जांच करें और किसी को बख्शा नहीं जाए। पुलिस की साइबर सेल उन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भी जांच कर रही है, जिनके जरिए विभिन्न ग्रुप बनाकर यह अनैतिक व शर्मनाक धंधा चलाया जा रहा था।
पीड़िता ने नौ लोगों के खिलाफ की नामजद शिकायत
मामले में पहली शिकायत 8 जनवरी को कोट्टायम जिले के कारूकचल की 27 वर्षीय महिला ने की है। उसने नौ लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उनके नाम व फोन नंबर भी दिए गए हैं। उसने आरोप लगाया कि उसके पति की सहमति से इन लोगों ने पत्नियों की अदला बदली के नाम पर उसका यौन शोषण किया। इसके बाद नौ में से छह आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
कई हाई्प्रोफाइल लोग भी जुड़े
पुलिस के अनुसार इस सेक्स सिंडीकेट से कई हाई्प्रोफाइल लोग भी जुड़े होने का शक है। इनमें कई कारोबारी, अनिवासी, सरकारी कर्मचारी व अधिकारी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों की कॉल डिटेल व सोशल मीडिया एप के माध्यम से हुई बातचीत को निकाला जा रहा है। पीड़िता का कहना है कि उसका पति कई सोशल मीडिया साइट पर सक्रिय रहता था और इस खेल से जुड़ने वालों को न्योता देता था।
‘मीट अप केरला’, ‘कपल मीट’ जैसे रखे गए नाम
सोशल मीडिया पर इस गिरोह के नाम ‘मीट अप केरला’, ‘कपल मीट’, ‘रीयल मीट’ जैसे ग्रुप बनाकर यह धंधा किया जा रहा था। जो इनसे जुड़ने के इच्छुक रहते थे, वे अपने फोटो व लोकेशन डिटेल सोशल मीडिया के इन ग्रुप पर साझा करते थे। इसमें उन्हें अपनी पसंद भी बताने को कहा जाता था। इनकी गोपनीयता बनी रहे, इसलिए टेलीग्राम व इंस्टाग्राम जैसे एप के जरिए इनका संचालन किया जा रहा था।