छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बालोद 20 अप्रैल 2023। बालोद जिले के करकाभाट गांव में 20 साल पहले हुई हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस-प्रशासन ने बुधवार को शव के अवशेष खुदाई में निकाले। ये खुलासा तब हुआ, जब एक व्यक्ति पुलिस के पास पहुंचा और उसने बताया कि मैंने 20 साल पहले 2003 में अपने दोस्त की हत्या कर दी थी और उसकी आत्मा मुझे इतने सालों से परेशान कर रही है। मामला बालोद थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी टीकम कोलियार (43 वर्ष) और गांव के ही छवेश्वर गोयल की आपस में दोस्ती थी। उस वक्त दोनों दोस्तों की उम्र करीब 18 साल थी। उस समय टीकम का एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो आज उसकी पत्नी है। उसकी प्रेमिका अश्विनी कोलियार पर उसका दोस्त छवेश्वर गलत नीयत रखता था।
वो अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता रहता था, जिससे युवती परेशान थी। उसने अपने प्रेमी टीकम को ये बात बताई कि उसका दोस्त उसके साथ छेड़छाड़ करता है, तो पहले वह अपने दोस्त को समझाया, लेकिन फिर एक दिन छवेश्वर ने अपने दोस्त की प्रेमिका के साथ रेप करने की कोशिश की। जब इसकी जानकारी युवती के प्रेमी को लगी तो वह छवेश्वर की पीट-पीटकर हत्या कर दिया। इसके बाद लाश को गांव से 300 मीटर की दूरी पर करकाभाट जलाशय दफना दिया था। इधर छवेश्वर गोयल के लापता होने पर उसका परिवार परेशान था। उन्होंने उसे इधर-उधर काफी खोजा, लेकिन वो नहीं मिला। तब जाकर 2003 में ही उन्होंने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस उसे नहीं ढूंढ पाई थी। वहीं आरोपी ने अपनी प्रेमिका से शादी कर लिया। शादी के बाद भी उसने अपनी पत्नी तक को नहीं बताया कि वो अपने दोस्त की हत्या कर चुका है।
टीकम और उसकी पत्नी के इस बीच 2 बच्चे हुए, लेकिन वारदात के कुछ सालों के बाद से आरोपी परेशान रहने लगा। वो दोस्त की आत्मा सताने की बात करने लगा। 2021 में वो गांव वालों और पत्नी से कहने लगा कि उसने 2003 में अपने दोस्त को मारकर दफन कर दिया था। वो उस वक्त गांव वालों के सामने थाने भी गया था और अपना जुर्म कबूल भी किया था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस-प्रशासन ने 3-4 बार अलग-अलग जगहों पर खुदाई भी कराई थी, लेकिन लाश नहीं मिलने पर गांव वालों और पुलिस दोनों ने ये मान लिया था कि टीकम मानसिक रूप से विक्षिप्त है।
इधर टीकम हमेशा सबसे यही कहता रहा कि उसने अपने दोस्त की हत्या कर दी है। उसकी आत्मा मेरे सपने में आती है। वो मुझे दिन रात दिखता है। उसकी आत्मा मुझे परेशान कर रही है। मृतक के पिता लगातार पुलिस के अलावा बड़े अधिकारियों को आवेदन दे रहे थे और पूरे मामले की जांच कराने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि उनका बेटा लापता नहीं हुआ है, बल्कि उसकी हत्या की गई है।
मृतक के पिता जगदीश गोयल ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से एक बार फिर इस साल बेटे की हत्या की जांच की गुहार लगाई और कहा कि आरोपी टीकम जहां बता रहा है, वहां फिर से खुदाई कराई जाए। जिसके बाद SDM शीतल बंसल के आदेश पर पुलिस, तहसीलदार परमेश्वर मंडावी और डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में आरोपी की निशानदेही पर जेसीबी से खुदाई करवाई गई, जहां से मृतक छवेश्वर के लाश के अवशेष मिले। खुदाई में हड्डियां, कपड़े और एक रुपए का सिक्का बरामद हुआ है। सभी सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
इस मामले में सहायक उपनिरीक्षक कांता राम ने बताया, एसडीएम के आदेश पर खुदाई की गई है। उन्होंने बताया कि करकाभाट डैम की तरफ खुदाई की गई है। जहां पर 5 हड्डियां और कपड़े मिले हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक जांच के बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि ये हड्डियां इंसान की हैं या फिर जानवर की।