छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जलंधर 09 जनवरी 2022। दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने पिछले दिनों क्रिकेट को अलविदा कह दिया। भारतीय क्रिकेट के इस दिग्गज खिलाड़ी ने अभी यह फैसला नहीं लिया है कि उन्हें क्या करना है। पिछले दिनों वह भारत के पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से मिले थे। इसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म है। लोग कयास लगा रहे हैं कि वह राजनीति में इंट्री कर सकते हैं। हालांकि, उनका कहना है कि उन्होंने इसे लेकर कुछ भी तय नहीं किया है। साथ ही कहा है कि वह खेल के साथ जुड़े रहना चाहते हैं।
हरभजन ने कहा, ‘मुझे सोचना होगा कि मुझे आगे क्या करना है। मैं जो कुछ भी हूं खेल की वजह से हूं। मैं खेल के साथ बना रहना पसंद करूंगा। खेल के साथ हमेशा बना रहना चाहता हूं। मैं खेल से जुड़े रहने के लिए कुछ न कुछ करता रहूंगा, आइपीएल टीमों में से किसी का मेंटर बन सकता हूं, कमेंट्री करता रहूंगा या खेल से जुड़े रहने के लिए कुछ करता रहूंगा, लेकिन मैं इस समय राजनीति में कदम रखूंगा या नहीं? यह मुझे नहीं पता। ‘
हरभजन ने आगे कहा, ‘ सही समय आने पर मैं उस पर फैसला लूंगा और देखूंगा कि आगे बढ़ने के लिए मेरे लिए यह सही तरीका है या नहीं। मैं राजनीति में चीजों के दूसरे पक्ष को लेकर निश्चित नहीं हूं। इसलिए, मुझे इस पर निर्णय लेना होगा कि मैं इसमें शामिल होना चाहता हूं या नहीं। हां मैं खेल से जुड़ना पसंद करूंगा। मुझे मेंटर के तौर पर या कमेंट्री करते हुए दिख सकता हूं। क्रिकेट के साथ कुछ करने के लिए तैयार हूं।’ जालंधर के इस खिलाड़ी ने आखिरी बार मार्च 2016 में एशिया कप में यूएई के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और उसके बाद फिर से भारत के लिए नहीं खेल सके। करीब पांच साल तक कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने के कारण, हरभजन को उम्मीद नहीं थी कि वे फिर से भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। भारतीय आफ स्पिनर ने देश के लिए 103 टेस्ट, 236 एकदिवसीय और 28 टी 20 आई खेले। टेस्ट में 417 विकेट, सीमित ओवरों के क्रिकेट में 294 विकेट लिए।