छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कानपुर 28 नवंबर 2021। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में खेले जा रहे टेस्ट मैच के तीसरे दिन अंपायर नितिन मेमन और अनुभवी स्पिनर नितिन मेनन के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। अश्विन मैच के तीसरे दिन लय में थे और उनकी शानदार गेंदबाजी के चलते उन्होंने भारत को पहली सफलता दिलाई। टीम इंडिया के लिए खतरा बन रहे विल यंग को उन्होंने 89 रनों पर आउट किया। इसके बाद अश्विन टॉम लाथम को भी पवेलियन की रहा दिखाने में सफल रहे। इस दौरान अश्विन जब गेंदबाजी कर रहे थे तो अंपायर उनके फॉलो थ्रो से खुश नहीं थे। अंपायर नितिन मेनन ने कई बार उन्हें टोका। जिसके चलते अश्विन और उनकी बीच बहस हो गई। इस मामलें पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बयान देते हुए अंपायर को आड़े हाथों लिया है।
गावस्कर ने अंपायर को सुनाई खरी-खरी
अश्विन को बार-बार वार्निंग देने से नाराज गावस्कर ने अंपायरों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा क्या इसके लिए अंपायरों के लिए कोई सजा नहीं होनी चाहिए। स्टार स्पोर्ट्स के लिए कॉमेंट्री कर रहे गावस्कर ने आगे कहा, कप्तान अजिंक्य रहाणे अंपायर से यह कहने के लिेए आ रहे थे कि अश्विन दूर हैं और वह पिच के खतरनाक एरिया में नहीं जा रहे हैं। गावस्कर के मुताबिक, मुझे लगता है, कि अंपायर के लिए यह मुश्किल है क्योंकिे वह देख नहीं पाएगा, यह क्या होता है, क्या इसके लिए अंपायर को कोई सजा है, क्या ऐसा कहीं लिखा है कि वह देख नहीं पाएगा। गावस्कर ने आगे कहा कि खेल के दौरान अगर गेंद हेलमेट पर लगती है तो उसके लिए पेनल्टी है, अगर अश्विन ऐसा करना जारी रखेंगे तो उसके लिए क्या सजा है?
अंपायर नितिन मेनन और अश्विन के बीच हुई तीखी बहस
मैच के दैरान आर अश्विन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉम लाथम को राउंड द विकेट गेंदबाजी कर रहे थे। इस दौरान वह सीधा न जाकर अंपायर और नॉन स्ट्राइकर को क्रॉस कर रहे थे। इस पर फील्ड अंपायर नितिन मेनन खुश नहीं थे। वह अपने फॉलो थ्रो में अंपायर का दृष्टिकोण बाधित कर रहे थे जिसके चलते नितिन मेनन ने उन्हें चार बार चेतावनी दी। यह मामला उस समय और बढ़ गया जब अश्विन बातचीत बीच में ही छोड़ कर चले गए। इसके बाद फिर अंपायर नितिन मेनन ने उन्हें चेतावनी दी जिसके बाद दोनों में बहस शुरू हो गई। अंपायर का मानना था कि अश्विन डेंजर एरिया में आ रहे हैं। इस दौरान कप्तान अजिंक्य रहाणे भी अंपायर के पास पहुंचे। रहाणे ने भी की अश्विन दूर हैं और वह डेंजर जोन में नहीं जा रहे हैं। इसके बाद अश्विन आगे भी उसी तरह से गेंदबाजी जारी रखी।