छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चेन्नई 13 नवंबर 2021। तमिलनाडु के चेन्नई व अन्य हिस्सों में सप्ताह भर से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह तितर-बितर कर दिया है। लोगों के पास रहने का ठिकाना नहीं बचा है, जानवरों को खिलाने को नहीं है और तो और जलभराव के कारण अब जंगली जीवों को खतरा भी बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार तमिलनाडु में बारिश के कारण अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
बारिश का असर यह पड़ा है कि बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। पूरे तमिलनाडु में अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों को बचाया गया है, इन्हें 290 से अधिक राहत केंद्रों में रखा गया है। वहीं सिर्फ चेन्नई में ही 3,428 लोगों को बचाया है। राहत कार्य के लिए पूरे राज्य में तमिलनाडु पुलिस ने अपने 75,000 कर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा तटीय सुरक्षा समूह के 350 कर्मियों, 250 सदस्यीय विशेष बल व 364 होमगार्डों को भी राहत कार्य में लगाया गया है।
सांप और गायों तक को किया जा रहा रेस्क्यू
तमिलनाडु में बारिश के कारण जानवरों का भी बुरा हाल है। कई पालतू और जंगली जानवर जलभराव का दुष्प्रभाव झेल रहे हैं। इस बीच तमिलनाडु में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में इंसानों के साथ ही साथ जानवरों को भी बचाने का ऑपरेशन शुरू हो चुका है। बड़ी संख्या में जानवरों को बचाया जा रहा है। इस बीच वन विभाग ने बताया कि अब तक 20 से ज्यादा सांपो को बचाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कई सांप बहुत जहरीले हैं। इन सापों को बाद में छोड़ दिया जाएगा।
न खाने को बचा न रहने को
बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में निगम के अधिकारियों की ओर से 44 आश्रय स्थल बनाए गए हैं। यहां पर 2699 लोगों को आश्रय दिया गया है। पिछले छह दिनों में ही 28,64,400 खाने के पैकेट वितरित किए गए हैं।
केरल की तरफ बढ़ रहा खतरा
पूर्वोत्तर में सक्रिय मानसून केरल के लिए खतरा बन रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने 13 नवंबर को केरल के छह जिलों और 14 नवंबर को पांच जिलों में भारी बारिश के संकेत दिए हैं। विभाग की ओर से इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 13 नवंबर को जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उनमें तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और इडुक्की शामिल है। वहीं 14 नवंबर को पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।