यूपी-बिहार, राजस्थान और झारखंड में झमाझम बरसेंगे बदरा
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 31 जुलाई 2021। देश के ज्यादातर हिस्सों में इन दिनों भारी बारिश जारी है। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक जमकर बारिश हो रही है। पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन बेपटरी हो गया है। भारी बारिश के चलते उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में वर्षा जनित घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई। दिल्ली में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि राजस्थान के लिए रेड और मध्यप्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश होने का अनुमान है।
दिल्ली: यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिक ने शनिवार को मध्यम बारिश और निचले इलाकों में जलजमाव की आशंका जाहिर की है। वहीं दिल्ली प्रशासन ने शुक्रवार को बाढ़ का अलर्ट जारी किया और यमुना के मैदानी इलाके में रह रहे लोगों से स्थान खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए। राजधानी में यमुना के डूब वाले इलाकों में भारी बारिश के बीच जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है।
राजस्थान और मप्र के लिए अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर राज्य के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश का अनुमान लगाया है, जबकि मध्यप्रदेश के लगभग आधे हिस्से में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए विभाग ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जहां अब तक औसत से तीन फीसदी से अधिक बारिश हो चुकी है। पूर्वी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में 4 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों में राजस्थान के करौली, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, अलवर, झुंझुनूं, चुरू व हनुमानगढ़ जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश श्रीमहावीरजी (करौली) में 268 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह चुरू के राजगढ़ में 135 मिमी, भरतपुर के उच्चैन में 114 मिमी, दौसा के महवा में 104 मिमी, अलवर के नीमराणा में 99 मिमी, झुंझुनू के पिलानी में 87.3 मिमी और हनुमानगढ़ के भादरा में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल: भूस्खलन के चलते 200 से अधिक लोग फंसे
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में इस सप्ताह के प्रांरभ में बादल फटने और भारी बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन होने से 200 से अधिक लोग फंस गए हैं, जबकि शुक्रवार को तीन ट्रैकर लापता बताए गए हैं।
लोगों को नदियों के किनारे न जाने की सलाह
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 तीन अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताते हुए येलो चेतावनी जारी की है। साथ ही लोगों से नदियों और जल इकाइयों के निकट नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि हाल के दिनों में भारी बारिश की वजह से इनका जलस्तर बढ़ सकता है। वहीं 5 अगस्त तक मैदानी और निचले एवं मध्य पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं का अनुमान लगाया गया है।
जम्मू-कश्मीर: लापता हुए 20 लोगों की तलाश जारी
जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के एक गांव में बादल फटने के बाद लापता हुए 20 लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान शुक्रवार को फिर से शुरू हो गया, जो अभी जारी है। इससे पहले खराब मौसम के कारण अभियान को कुछ घंटों के लिए रोकना पड़ा था। दचन तहसील के सुदूर होंजर गांव में बुधवार को तड़के बादल फटने की घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए। इस घटना में 21 मकान, एक राशन भंडार, एक पुल, एक मस्जिद और गायों के लिए बने 21 शेड भी क्षतिग्रस्त हो गए।
यूपी और बंगाल में गई नौ लोगों की जान
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भारी बारिश के कारण एक मकान की छत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हुए हैं। पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इनमें से पांच लोगों की मौत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के बाद दीवार गिरने से हुई। तटीय बांग्लादेश व सटे हुए पश्चिम बंगाल के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण पश्चिम मानसून ने जोर पकड़ लिया है।