छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
पटना 30 अप्रैल 2021। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रबी विपणन मौसम 2020-21 के अंतर्गत गेहूं अधिप्राप्ति को लेकर समीक्षा बैठक में कई बड़े निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है, इसे ध्यान में रखकर अधिक से अधिक गेहूं खरीद करें। खरीद की समय सीमा 31 मई तक रखें और खरीद का लक्ष्य इस बार सात लाख टन रखें।गुरुवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीद व्यवस्था को पारदर्शी और लचीला बनाने के लिए किसानों को किसी भी पैक्स या व्यापार मंडल में गेहूं बेचने की छूट होगी। इस व्यवस्था से किसानों को गेहूं विक्रय करने में और सुविधा होगी।
रखें ख्याल, किसानों को दिक्कत न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं की खरीद अधिक से अधिक होने से किसानों को सही दाम मिल सकेगा। किसानों को गेहूं अधिप्राप्ति के लिए प्रेरित करें और इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराएं। इस बात का भी ख्याल रखें कि गेहूं के विक्रय में किसानों को कोई दिक्कत न हो। गेहूं अधिप्राप्ति के कार्य में कृषि विभाग का भी सहयोग लें। गेहूं अधिप्राप्ति का काम तेजी से करें, इसके लिए विभाग को अगर और राशि की आवश्यकता होगी तो सरकार उसे पूरा करेगी।
विभागों ने अधिप्राप्ति को लेकर दिया प्रस्तुतीकरण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष रबी विपणन मौसम 2020-21 के अंतर्गत गेहूं अधिप्राप्ति को लेकर एक प्रस्तुतीकरण दी गई। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार एवं सहकारिता विभाग सचिव बंदना प्रेयसी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गेहूं अधिप्राप्ति के न्यूनतम समर्थन मूल्य, खरीद अवधि एवं लक्ष्य की जानकारी दी। प्रस्तुतीकरण में जिलावार गेहूं खरीद की स्थिति की भी जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि रैयत किसानों के लिए 150 क्विंटल एवं गैर रैयत किसानों के लिए 50 क्विंटल की गेहूं अधिप्राप्ति की सीमा रखी गई है। साथ ही 1975 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं की कीमत रखी गई है।
बैठक में ये रहे शामिल
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार उपस्थित थे। वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार, सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार जुड़े हुए थे।