छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 दिसंबर 2020। देश की राजधानी में जुटे किसानों के लिए समर्थन बढ़ता जा रहा है। राजनीतिक हलकों से तो किसान आंदोलन के लिए आवाजें उठ ही रही हैं, साहित्य और मनोरंजन जगत की हस्तियां भी पक्ष में आ गई हैं। एथलीट्स भी किसानों के साथ खड़े हो गए हैं। रविवार को जहां बॉक्सर विजेंदर सिंह ने नए कृषि कानूनों को वापस न लिए जाने पर राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान लौटाने की धमकी दी थी। सोमवार को 30 खिलाड़ी अपने-अपने अवॉर्ड लौटाने राष्ट्रपति भवन के लिए कूच कर गए। हालांकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।
अपने अवार्ड लौटाना चाहते हैं 30 खिलाड़ी
ये खिलाड़ी राष्ट्रपति से मिलकर नए कृषि कानूनों के विरोध में अपने अवॉर्ड वापस करना चाहते थे। इनमें से एक पहलवान करतार सिंह ने कहा कि पंजाब और कुछ अन्य जगहों के खिलाड़ी हैं जो अवॉर्ड लौटाना चाहते हैं। दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगती सीमाओं पर तैनाती बढ़ा दी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मांगी गई तो वे अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने वाले मार्गों को बंद कर देंगे।
आंदोलनरत किसानों से मिलने पहुंचे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को सिंघू बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने हजारों किसानों के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से किए गए इंतजामों का जायजा लिया। एक दिन पहले, आम आदमी पार्टी (AAP) ने किसान संगठनों के आठ दिसंबर के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया था। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर दौरे के दौरान केजरीवाल के साथ उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और पार्टी के कुछ विधायक भी थे। केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम सेवादार की तरह काम कर रहे हैं। मैं यहां मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि किसानों की सेवा के लिए एक सेवादार के तौर पर आया हूं। किसानों का समर्थन करना हमारी जिम्मेदारी है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही समाधान निकलेगा।’’
आज प्रदर्शन का 12वां दिन, बातचीत हुई फेल
पिछले 11 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जनता से अपील की है कि वे मंगलवार को ‘भारत बंद’ को अपना समर्थन दें। भारत बंद को विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा समर्थन देने के कदम का भी किसानों ने स्वागत किया है। किसान केंद्र सरकार से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, माकपा और द्रमुक ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के बीच अब तक की वार्ता विफल रही है और इसकी छठे दौर की वार्ता बुधवार को होनी है।