
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 08 फरवरी 2025। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 27 साल बाद जीत दर्ज की है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी के गढ़ दिल्ली में उसे हराकर अरविंद केजरीवाल को तगड़ा झटका दिया है। दिल्ली चुनाव के नतीजों पर तमाम नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। जहां जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुला ने हार के लिए आपस की लड़ाई को जिम्मेदार बताया है तो वहीं अन्ना हजारे ने शराब नीति को। अब आप की हार पर शिवसेना यूबीटी ने भी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने भी कांग्रेस और आप की लड़ाई को हार के लिए जिम्मेदार बताया।
संजय राउत बोले- भाजपा की हार तय थी, अगर….
दिल्ली चुनाव के रुझानों पर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि ‘शुरुआती रुझानों में कड़ा मुकाबला दिखा। अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा होता तो नतीजें अलग हो सकते थे? कांग्रेस और आप की विरोधी पार्टी भाजपा है। दोनों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन ये लड़ाई अलग-अलग लड़ी, अगर वे साथ होते तो भाजपा की हार तय थी। महाराष्ट्र में मतदाता सूची में अनियमितताओं के आरोपों को दोहराते हुए राउत ने भाजपा पर आरोप लगाया कि दिल्ली चुनावों में ‘महाराष्ट्र पैटर्न’ लागू किया गया था। चुनाव आयोग ने अपनी आंखें बंद कर ली हैं।
राउत ने आगे दावा किया कि आम आदमी पार्टी को दिल्ली में काम करने की अनुमति नहीं दी गई। यहां एलजी (लेफ्टिनेंट जनरल) के पास पूरी शक्ति थी। सभी बड़े और महत्वपूर्ण नेताओं को जेल में डाल दिया गया। यह भी (आप की) हार का एक कारण है। यह भाजपा के खिलाफ खड़े होने वाले नेतृत्व को खत्म करने का महाराष्ट्र पैटर्न है।
‘अरविंद केजरीवाल अपनी छवि को बेदाग नहीं रख सके’
दिल्ली चुनाव के रुझानों पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि ‘मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए और उसके पास अच्छे विचार हों और उसकी छवि बेदाग हो, लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकी। वे शराब और पैसे के फंदे में फंस गए। उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि पर दाग लगे हैं और इसी वजह से उन्हें कम वोट मिले। लोगों ने देखा कि जो अरविंद केजरीवाल चरित्र की बात करते थे, उन पर शराब घोटाले के आरोप लगे। राजनीति में आरोप लगते हैं। लोगों को साबित करना होता है कि वे बेदाग हैं और सच्चाई हमेशा सच्चाई रहती है। मैंने पहले ही तय किया था कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगा और मैं अभी भी उस पर कायम हूं।