छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 31 दिसंबर 2024। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की जमकर तारीफ की है और उन्हें भारतीय क्रिकेट का चमकता हुआ सितारा बताया है। नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शानदार शतक जड़ा था। नीतीश का यह टेस्ट करियर का पहला शतक था। उन्होंने मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में 114 रन बनाए थे। उनकी यह पारी भी हालांकि टीम को जीत नहीं दिला सकी थी। गावस्कर ने नीतीश की तुलना हार्दिक से करते हुए कहा कि शुरुआती दिनों में हार्दिक की तुलना में नीतीश ज्यादा बेहतर हैं। गावस्कर ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट के लिए अपने कॉलम में लिखा, मेलबर्न टेस्ट ने भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली युवा सितारों में से एक नीतीश कुमार रेड्डी को सामने ला दिया। आईपीएल में हैदराबाद फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने प्रथम श्रेणी ज्यादा प्रभावित नहीं किया था, लेकिन अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति को श्रेय देना होगा क्योंकि उन्होंने नीतीश को टेस्ट क्रिकेट में मौका दिया।
मेलबर्न में जड़ा करियर का पहला टेस्ट शतक
नीतीश ने पर्थ और एडिलेड में 40 रन से ज्यादा की पारी खेली थी, लेकिन मेलबर्न में उन्होंने पहली बार 50+ स्कोर किया और फिर उसे शतक में बदलने में सफल रहे। नीतीश इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट में शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बन गए थे। उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर और ऋषभ पंत हैं। नीतीश के लिए यह शतक इसलिए भी खास था क्योंकि उस वक्त उनके पिता मुतयाला रेड्डी दर्शक दीर्घा में मौजूद थे।
गावस्कर ने कहा, पर्थ में अपने डेब्यू मैच में इस बात के सबूत मिले थे कि नीतीश ऐसे क्रिकेटर हैं जो परिस्थिति को समझकर उस हिसाब से खेलते हैं। हर टेस्ट मैच के साथ यह प्रभाव दिखने लगा कि उनका कंधा हर दिन मजबूत होता जा रहा है। मेलबर्न में जब भारतीय टीम मुश्किल में थी, नीतीश अपनी शतकीय पारी के साथ टीम में अपनी जगह मजबूत करने में सफल रहे। जब से हार्दिक टेस्ट क्रिकेट से बाहर थे, तभी से भारत एक ऐसे ऑलराउंडर की तलाश में था जो मध्यम गति से गेंदबाजी कर सके और बल्लेबाजी भी कर पाए। नीतीश की गेंदबाजी में फिलहाल प्रगति हो रही है, लेकिन शुरुआती करियर में बल्लेबाज के तौर पर वह हार्दिक से बेहतर दिखे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में नीतीश अब तक 294 रन बना चुके हैं और उन्होंने तीन विकेट भी झटके हैं। यह साबित करता है कि भारतीय क्रिकेट को इस प्रारूप में एक उभरता हुआ ऑलराउंडर मिल गया है।